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रिश्वत लेकर रोहिंग्याओं को देश का नागरिक बनाने वाले गद्दार की खुली पोल, यूपी के मुरादाबाद में चल रहा था खेल

Citizenship Rohingyas: बता दें कि फर्जी तरीके से वोटर कार्ड बनाने के लिए बीएलओ ने लोगों से घूस भी ली थी। इसको लेकर हुई जांच में आरोप सही साबित हुआ और एसडीएम ने सभी वोटर आईडी कैंसल करने के आदेश दिए हैं।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ब्लॉक लेवल अफसर (बीएलओ) ने रिश्वत के चक्कर में पूर्व प्रधान के साथ मिलीभगत करके16 रोहिंग्याओं का फर्जी तरीके से वोटर आईडी बना दिया। जिसके बाद इस BLO को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि फर्जी तरीके से वोटर कार्ड बनाने के लिए बीएलओ ने लोगों से घूस भी ली थी। इसको लेकर हुई जांच में आरोप सही साबित हुआ और एसडीएम ने सभी वोटर आईडी कैंसल करने के आदेश दिए हैं। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीएलओ (सहायक अध्यापक) प्रशांत कुमार को उनके द्वारा किए गए कृत्य को लेकर निलंबित कर दिया है। बता दें कि यह मामला मुरादाबाद जिले के भगतपुर टांडा के रुस्तमपुर तिगरी ग्राम पंचायत का है। 29 जनवरी 2021 को अवैध रूप से म्यांमार से भारत में रह रहे रोहिंग्याओं को फर्जी तरीके से पहचान पत्र बनाए जाने की शिकायत गांव के ही नाजिर और पीरबख्श ने की थी।

rohingya muslims

इस शिकायत में आरोप था कि पूर्व प्रधान शकील अहमद ने फर्जी तरीके से कागज लगाकर बीएलओ से घूसखोरी ले-देकर रोहिंग्याओं को वोटर लिस्ट में शामिल करवा दिया। वहीं एसडीएम सदर की रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा ग्रामीण-27 की सूची में फर्जी वोट बनाने पर बीएलओ प्रशांत कुमार को बीएसए योगेंद्र कुमार ने निलंबित कर दिया है।

जांच में पता चला है कि, लेखपाल की रिपोर्ट पर वर्मा के रोहिंग्याओं के वोट बनाए जाने की बात सही है। इसके आधार पर बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई थी। संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस इस मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी।