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मुजफ्फरपुर : तालिबानी हो गया समाज, 3 महिलाओं को डायन बताकर किया अभद्र व्यवहार, फिर मैला खिलाया

एक मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आया है जहां ग्रामीणों ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया है जिसे सुनकर आपकी रुह कांप उठेगी।

पटना। दुनिया के हर समाज में अपनी कुछ अच्छाईयां कुछ बुराईयां होती हैं। जो समय समय पर बदलती रहती हैं। अलग-अलग विचारधाराओं के मेल के लोगों से एक समाज का गठन होता है जो साझा मिथकों में विश्वास रखते हैं। लेकिन कुछ मिथक, कुछ विचार समाज को दीमक की तरह चाटकर खोखला कर देते हैं। जब अंधविश्वास अपने चरम पर पहुंचते हैं तो एक समाज का तालिबानी चेहरा भी सामने आता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आया है जहां ग्रामीणों ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया है जिसे सुनकर आपकी रुह कांप उठेगी, दिल दहल जाएगा। गांव के दबंगों ने तीन महिलाओं को डायन ठहरा कर उन्‍हें पहले पीटा, फिर सिर के बाल मूड़कर मैला पिलाया और अर्धनग्न कर पूरे गांव में घुमाया।

यह घटना लॉकडाउन के दैरान तब हुई, जब पुलिस भीड़ इकट्ठा नहीं होने देने को लेकर विशेष सतर्क है। घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। हथौड़ी थाना क्षेत्र में डायन का आरोप लगाकर तीन महिलाओं के साथ अमानवीयता की हदें पार कर दी गईं ग्रामीणों ने उनके बाल काट दिए और फिर उन्हें अर्धनग्न कर पूरे गांव में घुमाया। साथ ही मैला भी पिलाया गया।

पंचायत ने सुनाया अपना तालिबानी फरमान

इस शर्मशार करने देने वाली घटना का लोग वीडियो बनाते रहे. इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह घटना सोमवार की बताई जा रही है। पंचों की धमकी से पीड़ितों ने गांव छोड़ दिया है। हथौड़ी गांव की महिला व उसकी दो रिश्तेदार के साथ घटना हुई है। गांव के कुछ लोगों ने तीनों महिलाओं पर तंत्र- मंत्र सीखने का आरोप लगाकर पंचायत बुलाई थी।

पहले तीनों महिलाओं को मैला पिलाया, फिर अर्धनग्न कर घुमाया

पंचों ने बाल काटने और गंदा खिलाने का फरमान सुनाया था। महिलाएं अपने को निर्दोष बताते हुए गुहार लगा रही थीं। लेकिन पंचों ने एक नहीं सुनी। पंचों ने पुलिस के पास जाने पर गंभीर परिणाम की धमकी दी। इसके बाद महिलाएं गांव छोड़कर चली गईं। वीडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश है।

वही एसडीएम डॉ कुंदन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में 9 लोगों की अभी तक गिरफ्तार कर लिया गया है। ये 9 वो लोग थे जो इस कांड को करने में सक्रिय रूप से शामिल थे। गौरतलब है कि बिहार में अंधविश्वास के चलते हत्याओं का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी राज्य के अलग अलग हिस्सों में ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं।