नई दिल्ली। पापुआ गिनी के बाद पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री के एयरपोर्ट पहुंचने के बाद भारतीय मूल के लोगों ने उनके स्वागत में पारंपरिक गीत भी गाया। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज उन्हें खुद रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे। एंथनी अल्बनीज ने गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी की ऑस्ट्रेलिया के पीएम से यह दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले जापान के हिरोशिमा में आयोजित जी-7 सम्मेलन में पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज की मुलाकात हुई थी। उधर, मार्च माह में भी दोनों के बीच मुलाकात हुई थी। वहीं, अब सितंबर माह में भी अल्बनीज से पीएम मोदी की मुलाकात प्रस्तावित है। तो इस तरह से लगातार भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध लगातार प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। ध्यान रहे कि ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा भारतीय हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच हर मोर्चे पर प्रगाढ़ संबंध स्थापित करना भारत के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है। वहीं, पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों पर अपनी राय साझा की है। आइए आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi arrives in Sydney, Australia, as part of the third and final leg of his three-nation visit after concluding his visit to Papua New Guinea. He was received by Australian PM Anthony Albanese. pic.twitter.com/n7w4rxv6qj
— ANI (@ANI) May 22, 2023
पीएम मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि वह भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को अगले पड़ाव पर लेकर जाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सामरिक और रक्षात्मक संबंध प्रगाढ़ हों। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री अल्बनीज को उसी जोश-ओ-खरोश में देखा है, जैसा कि पहले देखा था। मुझे पूरा विश्वास है कि जब सिडनी में अल्बनीज और मैं एक साथ होंगे तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को नई उड़ान मिलेगी। हम आगामी दिनों में इस मुलाकात के बाद विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशेंगे। इस बीच पीएम मोदी ने ऑस्ट्रलियाई प्रधानमंत्री को अपना प्रिय मित्र बताया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में तेजी से बढ़ते भारतीय प्रवासियों को ध्यान में रखते हुए दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ हुए हैं।
उन्होंने कहा कि विगत दिनों उनके ऑस्ट्रेलियाई दौरे से दोनों देशों के बीच संबंधों में मधुरता आई है। कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। हमने सुरक्षा, रक्षा, निवेश, शिक्षा, जल और जलवायु परिवर्तन की दिशा में आए परिवर्तन को ध्यान में रखते हए एक-दूसरे की मदद करने का फैसला किया है। दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों का प्रगाढ़ होता संबंध दोनों देशों के रिश्तों को नया आयाम देगा। बता दें कि सिडनी के ओलंपिक ग्राउड में करीबन 20 हजार लोगों को पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज संबोधित कर सकते हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले जापान के हिरोशिमा में आयोजित जी-7 सम्मलेन के दौरान पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम से मुलाकात हुई थी। बहरहाल, अब इस दौरे का दोनों देशों पर क्या असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।