नई दिल्ली। बीते दिन पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आज इस्तीफा देकर सियासी गलियारों में सबको चौंका दिया। उनके इस्तीफे की खबर कांग्रेस पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। सिद्धू के इस्तीफे पर कोई भी कांग्रेसी नेता प्रतिक्रिया व्यक्त करने से बच रहा है। नवजोत सिद्धू के बाद राज्य में पार्टी के कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के कैबिनेट में शामिल मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया। इस बीच अब प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का पहला बयान सामने आया है। सिद्धू ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है।
हक़-सच की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा … pic.twitter.com/LWnBF8JQxu
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 29, 2021
अपने ट्वीट में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मैं न हाईकमांड को गुमराह कर सकता, न गुमराह होने दे सकता। इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ने के लिए, पंजाब के लोगों की ज़िन्दगी को बेहतर करने के लिए किसी भी चीज की कुर्बानी मैं दूंगा। इसके लिए मुझे कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है।
इसके आगे सिद्धू ने कहा कि मेरा 17 साल का राजनीतिक सफर एक मकसद के लिए रहा। पंजाब के लोगों की ज़िन्दगी को बेहतर करना और मुद्दों की राजनीति पर स्टैंड लेकर खड़ा रहना यही मेरा धर्म है। मेरी आज तक किसी से कोई निजी लड़ाई नहीं रही।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफ़े के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि मैंने कहा था कि वह बॉर्डर राज्य पंजाब के लिए उपयुक्त नहीं है। pic.twitter.com/Wyn95xz0yZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021
सिंद्धू के कट्टर विरोधी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनके इस्तीफे पर कहा कि मुझे इसके बारे में पता था कि ये स्थिर आदमी नहीं है। वहीं, सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए यह एक झटका है, लेकिन इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि सिद्धू शुरू से ही दलबदलू रहा है।
इसके साथ ही सिद्धू के इस्तीफा देने पर एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि जो व्यक्ति कांग्रेस का नहीं हुआ, वो भला बीजेपी और अकाली दल का क्या होगा।वहीं एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा कि हमारी पार्टी को नहीं चाहिए ऐसे बुद्धू, ये नहीं थे सिद्धू, ये थे बुद्धू। कांग्रेस आलाकमान ने गलत फैसला किया है। इसके अलावा एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि इन्हें पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। बहुत बुरा हुआ। वहीं, सिद्धू के इस्तीफा पर कांग्रेस के दूसरे कार्यकर्ता ने कहा कि सिद्धू ने पार्टी ने छोड़ी है, अभी बस अपने पद इस्तीफा दिया है।