मुंबई। सुपरस्टार शाहरुख खान के बड़े बेटे आर्यन खान ड्रग केस में जेल में हैं। बॉम्बे हाईकोर्ट आज उनकी बेल पर सुनवाई कर फैसला सुना सकता है। वहीं, हाईकोर्ट में आर्यन की बेल एप्लीकेशन पर सुनवाई के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ऐसी बात कही है, जिससे आर्यन के पिता शाहरुख की एक बेहद करीबी महिला मुश्किल में घिर सकती है। आप सोच रहे होंगे कि ये कौन महिला है और ड्रग केस में किस तरह अब मुश्किल में घिर सकती है। आप ये भी जानना चाह रहे होंगे कि इस महिला को हम शाहरुख का करीबी क्यों कह रहे हैं। चलिए, तो अब बताते हैं आपको कि आखिर कौन है शाहरुख खान की करीबी ये महिला और आर्यन खान ड्रग केस में वह क्यों मुश्किलों का सामना कर सकती है। इस महिला का नाम है पूजा ददलानी। पूजा ददलानी लंबे समय से शाहरुख खान की सेक्रेटरी हैं। शाहरुख के सभी शूट के शेड्यूल, विदेश दौरे और रोजमर्रा के जरूरी काम तय करना पूजा ददलानी का ही काम है। आर्यन की गिरफ्तारी के बाद एनसीबी के दफ्तर में सबसे पहले पूजा ही मिलने गई थीं। शाहरुख खान की तरफ से कहा गया था कि पूजा उनके घर की सदस्य जैसी हैं।
अब आप ये जानना चाह रहे होंगे कि आखिर पूजा ददलानी का ड्रग केस से क्या नाता है। ड्रग केस से पूजा का सीधा नाता तो नहीं है, लेकिन आर्यन की बेल पर सुनवाई के दौरान एनसीबी ने पूजा पर गंभीर आरोप लगाया है। आर्यन के केस की जांच कर रहे एनसीबी के अफसर वीवी सिंह ने हाईकोर्ट में हलफनामा देकर पूजा पर शक जताया है। वीवी सिंह ने अपने हलफनामे में कहा है कि उन्हें शक है कि पूजा ददलानी गवाहों को प्रभावित कर रही हैं। ऐसे में अगर बॉम्बे हाईकोर्ट इस दलील को गंभीरता से लेती है, तो पूजा के खिलाफ जांच भी बिठाई जा सकती है और इससे वह गहरे संकट में घिर सकती हैं।
आखिर एनसीबी ने पूजा ददलानी पर गवाहों को प्रभावित करने का शक क्यों जताया ? इसकी बड़ी वजह है प्रभाकर सैल। प्रभाकर सैल, आर्यन केस में एनसीबी के गवाहों में से एक केपी गोसावी का पूर्व बॉडीगार्ड है। प्रभाकर ने बीते दिनों मीडिया के सामने आकर कहा था कि उसने गोसावी को सैम नाम के शख्स से बात करते सुना कि 25 करोड़ मांगों और 18 करोड़ में डील कर लो। हमें एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को इसमें से 8 करोड़ रुपए देने होंगे। प्रभाकर ने बाकायदा एक हलफनामा मुंबई पुलिस को दिया है। इस हलफनामे में प्रभाकर ने कहा है कि उसने खुद देखा कि पूजा ददलानी कार लेकर आई। उस कार में सैम और केपी गोसावी बैठे। तीनों ने काफी देर बात की। बाद में पूजा कार लेकर चली गई। इसके बाद गोसावी ने उसे एक जगह जाकर रकम वाली बैग लाने के लिए कहा। वो वहां गया और रकम लाकर केपी गोसावी के हवाले की। प्रभाकर सैल के इसी हलफनामे को आधार बनाकर एनसीबी कह रही है कि पूजा पर गवाहों को प्रभावित करने का उसे शक है।