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आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ किए जाने से बौखलाए NCP नेता, कहा- ताजमहल और कुतुब मीनार का नाम भी बदल…

Uttar Pradesh: वहीं, कांग्रेस समेत सपा, बसपा भी अपनी खोई हुई सियासी जमीन को पाने को बेताब हो रहे हैं। इनकी बेताबी साफ देखी जा रही है। इसी बीच बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे, जहां बेशुमार लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी।

नई दिल्ली। सर्दी से लेकर गर्मी…गर्मी से लेकर पतझड़…पतझड़ से लेकर बरसात…मौसम चाहे कोई भी हो लेकिन इनका प्रभाव एक तय मियाद तक ही रहता है। इसके बाद इनका प्रभाव स्वत: खत्म हो जाता है। यह कुदरत का कायदा है। हम इसकी मुखालफत नहीं कर सकते हैं, लेकिन एक ऐसा कायदा भी है, जिस पर कुदरत का कोई जोर नहीं है और वो सियासत का कायदा है। सियासी मौसम साल के 12 माह सक्रिय रहता है। मौसम चाहे कोई भी हो सियासत की तपिश हमेशा बरकरार रहती है। जिसमें न जाने कितने ही लोग कई मर्तबा झुलस भी जाते हैं। आजकल हमारे देश में सियासी तपिश अपने चरम पर पहुंच चुकी है। खासकर जब से उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बजने वाला है। सभी सियासी नुमाइंदे आज कल इन्हीं चुनावी राज्यों में डेरा डाले हुए हैं। प्रधानमंत्री से लेकर सीएम योगी तक की आमद से प्रदेश की गलियां गुलजार हो रही हैं।

NCP Leader

वहीं, कांग्रेस समेत सपा, बसपा भी अपनी खोई हुई सियासी जमीन को पाने को बेताब हो रहे हैं। इनकी बेताबी साफ देखी जा रही है। इसी बीच बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे, जहां बेशुमार लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। इन बेशुमार लोगों की आमद के बीच में जिस तरह सीएम ने सिंह की माफिक दहाड़ते हुए सपा, बसपा और कांग्रेस पर हमला बोला, वो तो काफी सुर्खियों में रहा ही, लेकिन इस बीच जिस तरह उन्होंने एक बार फिर से आजमगढ़ के नाम को आर्यमगढ़ में तब्दील करने के संकेत दे दिए। जिसके बाद से प्रदेश में सियासत गर्मा चुकी है। कुछ लोग उनके इस पहल का स्वागत कर रहे हैं, तो वहीं कुछ विरोध भी दर्ज करा रहे हैं।

अब इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद माजिद मोमन ने सीएम योगी द्वारा आजमगढ़ के आर्यमगढ़ करने पर एतराज जताते हुए कहा कि हजीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम इन लोगों ने बदलकर कमलापति कर दिया गया है। आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ का नाम इन लोगों ने करने का ऐलान कर ही दिया है। अगर हमने विरोध नहीं जताया, तो वो दिन दूर नहीं जब ये ताज महल और कुतुब मीनार का नाम भी बदल देंगे। बता दें कि सीएम योगी के नाम बदलने वाले ऐलान का कई लोग विरोध कर रहे हैं। जिसके बाद एनसीपी नेता का बयान सामने आया है।

लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपना रिएक्शन देते हुए नजर आ रहे हैं। कुछ लोग उनका विरोध कर रहे हैं, तो कुछ उनकी बातों का समर्थन भी कर रहे हैं। वहीं, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब किसी जनसभा में सीएम योगी ने इस तरह किसी शहर का नाम बदलने का ऐलान किया है, बल्कि इससे पहले भी वे कई मर्तबा कई शहरों व ऐतिहासिक स्थलों के नाम बदलने का ऐलान कर चुके हैं, लेकिन बहुधा देखा गया है कि उनके  द्वारा किए गए इस कृत्य की जमकर आलोचना की जाती है। अब देखना होगा कि आगे चलकर नाम बदलने वाली ये राजनीति क्या रूख अख्तियार करती है।