newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Pollution: दिल्ली की जहरीली हवा से बच्चों को बचाने के लिए सक्रिय हुआ NCPCR, केजरीवाल सरकार को भेजा नोटिस

Pollution: इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों के मुताबिक हवा का प्रदूषण सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों पर असर डालता है। अब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग NCPCR ने भी इस मामले में दखल दिया है। आयोग ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को नोटिस भेजा है।

नई दिल्ली। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली सरकार इस मामले में विपक्ष के हमलों का सामना कर रही है। पंजाब में बड़े पैमाने पर किसान पराली जला रहे हैं और वहां से धुआं दिल्ली के आसमान पर छा रहा है। धुएं और पीएम 10 कण हवा में घुल रहे हैं। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों के मुताबिक हवा का प्रदूषण सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों पर असर डालता है। अब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग NCPCR ने भी इस मामले में दखल दिया है। आयोग ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को नोटिस भेजा है।

CM Kejriwal

नोटिस की जानकारी एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दी है। प्रियंक ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है। अभी तक दिल्ली सरकार ने इस बारे में फैसला नहीं किया। बच्चे स्कूल जाने या खेल के मैदानों में जाने पर जहरीली हवा का सामना करते हैं। इस लापरवाही को देखते हुए आयोग ने सरकार को नोटिस जारी किया है। माना जा रहा है कि एनसीपीसीआर के इस नोटिस के जवाब में आम आदमी पार्टी AAP या केजरीवाल का कोई बयान अब आ सकता है।

NCPCR.

दिल्ली की हवा में प्रदूषण के मामले में विपक्ष लगातार ये आरोप लगा रहा है कि प्रदूषण रोकने के नाम पर केजरीवाल सरकार ने दिवाली पर दिल्ली में पटाखे जलाने पर रोक लगा दी। जबकि, उनकी ही पार्टी के शासन वाले राज्य पंजाब में किसान धड़ल्ले से पराली जला रहे हैं। विपक्ष ये सवाल भी उठा रहा है कि केजरीवाल लगातार कहते थे कि दिल्ली आईआईटी की मदद से पराली को गलाने वाला रसायन बनाया है। उस रसायन को आखिर पंजाब के खेतों में क्यों नहीं इस्तेमाल किया जा रहा है।