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Survey: यूपी का सीएम बनने का अखिलेश का सपना पूरा होगा या योगी फिर संभालेंगे सत्ता ? जानिए यहां

यूपी में बस चुनाव होने ही जा रहे हैं। 10 फरवरी को पहले दौर की वोटिंग है। इससे पहले तमाम चुनावी सर्वे आ रहे हैं। सारे सर्वे कह रहे हैं कि यूपी में सत्ता हासिल करने की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की हसरत पूरी नहीं होगी।

नई दिल्ली। यूपी में बस चुनाव होने ही जा रहे हैं। 10 फरवरी को पहले दौर की वोटिंग है। इससे पहले तमाम चुनावी सर्वे आ रहे हैं। सारे सर्वे कह रहे हैं कि यूपी में सत्ता हासिल करने की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की हसरत पूरी नहीं होगी। एक नया सर्वे भी आया है। टाइम्स नाउ नवभारत और वोट मीटर एजेंसी के इस सर्वे ने भी अखिलेश यादव के सपनों पर पानी फिरता हुआ दिखाया है। यूपी विधानसभा में 403 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत के तौर पर 202 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी और सपा के लिए फिलहाल ये आंकड़ा सर्वे के मुताबिक काफी दूर है। टाइम्स नाउ नवभारत और वोट मीटर के सर्वे में सपा 202 के बहुमत के आंकड़े को हासिल करती नहीं दिख रही है।

akhilesh yadavv

सर्वे के मुताबिक योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से यूपी में बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी कर लेगी। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि 48 फीसदी लोगों को बतौर सीएम योगी पसंद हैं। अखिलेश यादव को उनसे काफी कम लोग बतौर सीएम पसंद कर रहे हैं। नतीजों के मुताबिक बीजेपी को यूपी में इस बार 216 से 233 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, सपा को 148 से 159 और मायावती की बीएसपी को 8 से 14 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे के मुताबिक बीजेपी भले ही दावा कर रही हो कि वो फिर 300 से ज्यादा सीटें लाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होने जा रहा है और सपा की ओर से उसे कड़ी टक्कर मिल रही है।

Aparna Yadav

सर्वे के नतीजों को देखें, तो कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी की लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा भी ज्यादा असरदार नहीं दिख रहा। नतीजों के मुताबिक कांग्रेस को यूपी में 9 से 15 सीट मिल सकती हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 7 सीटों पर जीत मिली थी। अन्य दलों को सर्वे ने 1 से 3 सीटें दी हैं। यानी ओवैसी और आम आदमी पार्टी की नैया भी यूपी में डूब सकती है। अखिलेश के सौतेले भाई की पत्नी अपर्णा यादव के बीजेपी में जाने का क्या असर होगा, इस पर सर्वे में 38.4 फीसदी लोगों ने कहा है कि अखिलेश को नुकसान होगा। वहीं, 36.7 फीसदी लोगों के मुताबिक अखिलेश को नुकसान नहीं होगा। यानी अपर्णा के बीजेपी में जाने से बहुत ज्यादा नुकसान सपा को होता नहीं दिख रहा है।