नई दिल्ली। भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि विश्व की अर्थव्यवस्था अभी संकट में है। लिहाजा अभी इन कठिनाइयों में फायदा उठाना पड़ेगा, तभी हम चीन जैसी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ सकते हैं। फिक्की के सीनियर इंडस्ट्री मेंबर को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि धीरे-धीरे रोजगार बढ़ाने पड़ेंगे। प्रधानमंत्री मोदी कोरोना के बाद रोजगार और विकास को बढ़ाने के मसले पर विचार कर रहे हैं। इस पर 12 सेक्रेटरी का एक ग्रुप विचार कर रहा है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिक्की के सीनियर मेंबर को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि मुंबई-दिल्ली हाईवे का विकास किया जा रहा है। इसका इंडस्ट्री के मेंबर फायदा उठा सकते हैं। नितिन गडकरी के मुताबिक यह हाईवे आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों से निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बावत 16000 करोड़ का भूमि अधिग्रहण हो चुका है।
#LiveNow Discussion with Senior Industry Members of FICCI via Video Conferencing https://t.co/jxnDR3nCAQ
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 14, 2020
इंडस्ट्री से उन्होंने कहा कि इस हाइवे के आस पास सस्ता श्रम मिल सकता है, लैंड कॉस्ट कम है। जिसकी वजह से इंडस्ट्री को कैपिटल कॉस्ट भी कम होगा ।उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में रॉ मैटेरियल की भी प्रचुर संभावना है। भविष्य में इस रोड को कांडला पोर्ट और रेलवे लाइन से भी आगे जोड़ा जा सकता है।
उन्होंने फिक्की के वरिष्ठ सदस्यों से अपील की इसमें बैंकिंग सेंटर का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार आपकी है, सरकारी बैंक आपका है। आप सभी मिलकर उपाय सोच सकते हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लॉजिस्टिक पार्क लगाया जा सकता है। प्राइवेट सेक्टर अगर सरकार के साथ मिलकर आगे आए तो यह काम आसानी से हो सकता है।
जूता इंडस्ट्री का उदाहरण देते हुये गडकरी ने कहा कि देश में यह उद्योग 1 लाख 45 हजार करोड़ का है। इस से निर्यात की काफी संभावना है। अगर इंडस्ट्री के लोग आगे आये तो हाई वे के आसपास लॉजिस्टिक पार्क का विकास किया जा सकता है।
नितिन गडकरी ने कहा कि यह संकट का समय है। हम लोगों को मिलकर रोजगार के साधन बढ़ाने होंगे। वैकल्पिक विचार पर काम करना होगा, नये प्रयोग करने होंगे और इन प्रयोगों को वित्तीय सपोर्ट करना होगा। गडकरी ने इंडस्ट्री के लोगों को विश्वास दिलाया कि जल्दी ही ट्रक और मालवाहक वाहन एलएनजी पर चलना शुरू हो जाएंगे।