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Punjab: दिल्ली की तरह पंजाब में भी शुरू हुआ गवर्नर CM के बीच लेटर वॉर, जानिए क्या है मामला?

Punjab: जानकारी के लिए आपको बता दें कि विवाद का मुद्दा यहां पर संगठनित हो गया है कि राज्यपाल के द्वारा भगवंत मान से मांगी गई जानकारी के लिए उन्हें जवाब नहीं मिल रहा है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने प्रशासनिक मामलों और वैधानिक प्रस्तावों से संबंधित मामलों पर मुख्यमंत्री से जानकारी मांगने का हक बताया है और उन्होंने दावा किया है कि ऐसे मामलों में जब राज्यपाल जानकारी की मांग करते हैं, तो मुख्यमंत्री उसके समाने जवाब देने के लिए बाध्य होते हैं।

नई दिल्ली। पंजाब के गवर्नर और मुख्यमंत्री के बीच ‘लेटर वॉर’ तेजी से बढ़ रही है। इस नई टक्कर में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने अपने एक और पत्र में मुख्यमंत्री भगवंत मान को सीएम मान को सवैधानिक कर्तव्य पूरा नहीं करने पर पर लेटर भेजा है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों ही सवैधानिक पदाधिकारी होते हैं और उनके पदों की भूमिका और दायित्व संविधान में स्पष्ट रूप से निर्धारित किए गए हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि विवाद का मुद्दा यहां पर संगठनित हो गया है कि राज्यपाल के द्वारा भगवंत मान से मांगी गई जानकारी के लिए उन्हें जवाब नहीं मिल रहा है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने प्रशासनिक मामलों और वैधानिक प्रस्तावों से संबंधित मामलों पर मुख्यमंत्री से जानकारी मांगने का हक बताया है और उन्होंने दावा किया है कि ऐसे मामलों में जब राज्यपाल जानकारी की मांग करते हैं, तो मुख्यमंत्री उसके समाने जवाब देने के लिए बाध्य होते हैं। इसके विपरीत, मुख्यमंत्री द्वारा लिखे गए पत्र, उसकी भाषा, तेवर और उसमें जिस प्रकार बयान दिया गया है, यह सब अनुचित है। राज्यपाल ने साफ़ रूप से इस पत्र में लिखा है कि जब उनसे जानकारी मांगी जाती है, तो मुख्यमंत्री को उसे प्रदान करना संवैधानिक कर्तव्य होता है।

CM Bhagwant Mann

राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के पत्र में आगे भी बताया गया है कि जब राज्यपाल द्वारा मांगी गई जानकारी न देना भी संवैधानिक कर्तव्य का अपमान है। वह जानकारी देने से इनकार करने से राज्यपाल द्वारा निर्दिष्ट किया गया कर्तव्य अवमानित किया जाता है। मुख्यमंत्री के कार्यों के तहत आने वाली जानकारी प्राप्त करना भी 167बी के तहत राज्यपाल का अधिकार है।