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Opposition Unity: 2024 के सियासी दंगल से पहले CM ममता से मिलने पहुंचे नीतीश- तेजस्वी, साधा बीजेपी पर निशाना, जानें किसने क्या कहा?

Opposition Unity: नीतीश कुमार ने ममता से मुलाकात के बाद कहा कि वर्तमान में सभी संवैधानिक खतरे में हैं। ईडी-सीबीआई के नाम पर विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसी सूरत में इस संकट से निपटने के लिए सभी एक छत के तले आना होगा।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व विपक्षी एकता को धार देने की कवायद तेज हो चुकी है। इसी कड़ी में आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुखातिब होने बंगाल पहुंचे। जहां दोनों के बीच आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से कई मुद्दों को लेकर वार्ता हुई। वहीं, इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार भी गुलजार हो चुका है। वहीं, ममता से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश रवाना होंगे। जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सीएम नीतीश कुमार के बीच बैठक होनी है। ध्यान रहे कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल सरीखे राज्य अहम हो जाते हैं। जहां उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, तो वहीं बिहार में 40 और बंगाल में 42, तो इस तरह से इन तीनों राज्यों को मिलाकर कुल सीटें 162 हो जाती हैं।

ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से विपक्षी दलों के लिए तीनों ही राज्य अहम हो जाते हैं। वहीं, ममता का दावा है कि बंगाल में उनका दबदबा है, जबकि सपा प्रमुख उत्तर प्रदेश में विशेष संप्रदाय के लोगों को अपने पाले में करने को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। उधर, बिहार में भी नीतीश तेजस्वी इस विश्वास से लबरेज नजर आ रहे हैं, लेकिन बीजेपी लगातार इन राज्यों में विपक्षी दलों के विरोध में माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है। अब यह कोशिश कितनी सफल साबित हो पाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। इन्हीं सब समीकरण के लिहाज नीतीश की ममता के साथ मुलाकात को आगामी लोकसभा चनाव के लिहाज से अहम माना जा रहा है। उधर, नीतीश अब कुछ ही देर में लखनऊ रवाना होंगे, जहां उनकी मुलाकात सपा प्रमुख अखिलेश यादव से होगी। ऐसे में तीनों ही नेता लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए रणनीति तैयार करेंगे। वहीं, माना जा रहा है कि नीतीश दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगे। अब इन मुलाकातों का आगामी लोकसभा चुनाव में क्या असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

वहीं, नीतीश कुमार ने ममता से मुलाकात के बाद कहा कि वर्तमान में सभी संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं। ईडी-सीबीआई के नाम पर विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसी सूरत में इस संकट से निपटने के लिए सभी को एक छत के तले आना होगा। उधर, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी इस मुलाकात के बाद कहा कि, ‘ मैंने नीतीश कुमार से बस एक ही निवेदन किया है। जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ। अगर हम बिहार में सर्वदलीय बैठक करते हैं, तो हम तय कर सकते हैं कि हमें आगे कहां जाना है। लेकिन सबसे पहले हमें यह संदेश देना होगा कि हम एक हैं। मैंने पहले भी कहा है कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं चाहता हूं कि बीजेपी जीरो हो जाए। मीडिया के सहारे और झूठ से बड़े हीरो बन गए हैं। हम साथ-साथ आगे बढ़ेंगे। हमारा कोई व्यक्तिगत अहंकार नहीं है, हम सामूहिक रूप से मिलकर काम करना चाहते हैं।

उधर, नीतीश कुमार ने इस मुलाकात के बाद कहा कि हमने बातचीत की है, विशेष रूप से सभी दलों के एक साथ आने और आगामी संसद चुनाव से पहले सभी तैयारियां करने के बारे में। आगे जो भी होगा, देशहित में किया जाएगा। जो लोग अभी शासन कर रहे हैं, उनके पास करने के लिए कुछ नहीं है। ये सिर्फ अपना प्रचार कर रहे हैं। देश के विकास के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।

अब ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से विपक्षी एकता कA धार देने की दिशा में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन माना जा रहा है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इस विपक्षी दलों की एकता पर पानी फेर सकते हैं, क्योंकि वे एक अलग मोर्चा तैयार करने में जुटे हैं।