नई दिल्ली। मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का गुरुवार को आखिरी दिन है। लोकसभा में एनडीए की तरफ से आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोर्चा संभाला। इसी दौरान वित्तमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाई। वहीं विपक्ष पर जमकर हमला बोला। वहीं निर्मला सीतारमण के भाषण के दौरान I.N.D.I.A गठबंधनों के सांसदों ने वॉकआउट कर लिया है। लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 बजे अपना जवाब देंगे। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अधीर रंजन चौधरी आखिर में बोलेंगे। बता दें कि जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे। उसी दौरान अधीर रंजन की ओर से टोका टोकी की गई। जिसके बाद अमित शाह ने स्पीकर से कहा कि अधीर रंजन चौधरी को हमारा आधा घंटा दे दीजिए।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 2013 में मॉर्गन स्टेनली ने भारत को दुनिया की 5 सबसे ज्यादा कमजोर अर्थव्यवस्था में रखा था। आज उसी मॉर्गन स्टेनली ने भारत को अपग्रेड किया और ऊंची रेटिंग दी। 9 वर्षों में, हमारी सरकार की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था ऊपर उठी और आर्थिक विकास हुआ। बावजूद कोविड और अन्य संकट के हम सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं।
No Confidence Motion discussion | Union FM Nirmala Sitharaman says, “In 2013, Morgan Stanley had included India in the list of five fragile economies of the world. India was declared a fragile economy. Today, the same Morgan Stanley upgraded India and gave it a higher rating. In… pic.twitter.com/u2kzwG2LTY
— ANI (@ANI) August 10, 2023
विपक्ष पर निशाना साधते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, हमने गवर्नेंस में बड़ा बदलाव किया। बनेगा, मिलेगा जैसे शब्द नहीं। अब जनता बन गए, मिल गए और आ गए बोलती है। यूपीए के समय बिजली आएगी कहते थे,अब बिजली आ गई। गैस कनेक्शन मिलेगा कहते थे। आज अब सबको मिल गया। यूपीए के दौरान वाटर कनेक्शन मिलेगा कहते थे अब मिल गया कहते है। पीएम आवास का घर बनेगा, अब घर बन गया। उन्होंने कहा एयरपोर्ट बनेगा, अब एयरपोर्ट बन गया।
#WATCH | No Confidence Motion discussion | Union FM Nirmala Sitharaman says, “Words like ‘banega, milega’ are not in use anymore. What are the people using these days? ‘Ban gaye, mil gaye, aa gaye’. During UPA, people said ‘Bijli aayegi’, now people say ‘Bijli aa gayi’. They said… pic.twitter.com/SLVPqbBOlL
— ANI (@ANI) August 10, 2023
वित्तमंत्री के संबोधन की अहम बातें-
इनसे गरीबों और मध्यमवर्ग को सस्ती दवा और सर्जरी की चीजें मिलती हैं
अब 9 साल में 9000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र देश में खुले हैं
पीएम मोदी ने हर जिले में जनऔषधि केंद्र खुलवाए
यूपीए ने 10 साल में सिर्फ 80 जनऔषधि केंद्र लॉन्च किए थे…जबकि हर जिले में एक खोला जाना था।
पीएम मोदी ने हर जिले में जनऔषधि केंद्र खुलवाए
यूपीए ने 10 साल में सिर्फ 80 जनऔषधि केंद्र लॉन्च किए थे…जबकि हर जिले में एक खोला जाना था।
डीबीटी से 2.7 लाख करोड़ की रकम सरकार ने बचाई है
कांग्रेस की सरकार डीबीटी को लागू नहीं करना चाहती थी
9 साल में 30 लाख करोड़ डीबीटी से ट्रांसफर किए गए
अब डीबीटी से 7.16 लाख करोड़ सीधे जनता के खाते में भेजे गए
हम यूपीआई को फ्रांस, सिंगापुर, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका समेत तमाम देशों को दे रहे हैं।
पहले पश्चिमी देशों में नई तकनीक आती थी। अब भारत में आती है
पंजाब, पश्चिम बंगाल, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, गुजरात का हवाला वित्त मंत्री ने दिया और कहा कि गजब का गठबंधन है
यह समझ नहीं आ रहा है कि विपक्ष का गठबंधन मिलकर लड़ रहा या आपस में लड़ रहा।
जनता ने यूपीए को 2014 और 2019 में हराया और 2024 में भी ऐसा ही होगा।
यूपीए ने पूरे 10 साल भ्रष्टाचार वगैरा में नष्ट किए।
82.21 मिलियन मीट्रिक टन दलहन का उत्पादन होता है।
265 मिलियन मीट्रिक टन से 355 मिलियन मीट्रिक टन अनाज उत्पादन बढ़ा।
खेती का बजट 21933 करोड़ था। अब 1.25 लाख करोड़ हुआ।
कैपिटल एक्सपेंडिचर 3.2 लाख करोड़ से 10.9 लाख करोड़ हुआ।
हम सबको फायदा देते हैं। किसी तरह का तुष्टीकरण नहीं करते।
यूपीए सरकार के दौरान समय देते थे। पीएम मोदी ने बदलाव किया और हम तुरंत काम कर रहे हैंं।
पहले हम सुनते थे कि गरीबी हटाओ…6 दशक से हम यही सुन रहे थे…इसे नहीं हटाया गया…हम गरीबी को कम कर रहे हैं।
आयुष्मान, जन औषधि केंद्र, जनधन योजना से सबका साथ हुआ है
हम रिकवरी की राह पर सबसे तेेज गति से आगे बढ़ रहे हैं
2014 से पीएम मोदी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास से हालात मजबूत किया
अमेरिका के शेयर बाजार में जबरदस्त उथलपुथल मची।
जर्मनी की विकास दर 0.3 फीसदी तक गिर सकती है।
चीन में लोग सामान नहीं खरीद रहे और वहां भी हालात खराब है…ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोप की हालत भी पस्त है
यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने भी काफी तेज महंगाई देखी है।
दुनिया में विकास दर औसतन 3 फीसदी है।