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Uttarakhand: HC से सरकार को बड़ी राहत, अब असीमित संख्या में श्रद्धालु जा सकते हैं चारधाम यात्रा पर

Chardham Yatra 2021: आपको बताते चले कि आज से तकरीबन तीन सप्ताह पहले हाईकोर्ट ने अपने निर्देश में कहा था कि केदारनाथ में 800, बदरीनाथ में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 यात्रियों को ही जाने की इजाजत थी।

नई दिल्ली। हम सभी ने वो दौर देखा है, जब देश कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहा था। यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि ऐसा लगने लगा था कि अब शायद हालात कभी सुधरने का नाम नहीं लेंगे, लेकिन शुक्र है उन चिकित्सकर्मियों का जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर न महज अनेकों लोगों को नया जीवन दान दिया, बल्कि इस जानलेवा वायरस का तोड़ भी निकाल लिया। इसकी वैक्सीन ईजाद की जा चुकी है। अब काफी तेजी से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही है, जिसके परिणामस्वरूप कल तक बेकाबू हो चुके हालात अब दुरूस्त हो रहे हैं। बेपटरी हो चुकी अर्थव्यवस्था अब पटरी पर आ रही है। इसी कड़ी में अब उन सभी गतिविधियों को नई दिशा देने की कोशिश की जा रही है, जो कोरोना काल में थम चुकी थी। इसी बीच अब हाईकोर्ट ने उत्तराखंड सरकार को असीमित संख्या में श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा पर जाने की इजाजत दे दी थी। बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश से पहले सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा पर जाने की इजाजत थी, लेकिन कोर्ट के इस आदेश के बाद चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं।

char dham yatra

आपको बताते चले कि आज से तकरीबन तीन सप्ताह पहले हाईकोर्ट ने अपने निर्देश में कहा था कि केदारनाथ में 800, बदरीनाथ में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 यात्रियों को ही जाने की इजाजत थी। बेशक, इसमें कोई गुरेज नहीं है कि यह पैमाना हमारी ही जान की हिफाजत के लिए तय किया गया था, लेकिन इससे जहां एक तरफ कई लोगों की चारधाम दर्शन की मुराद अधूरी रह जा रही थी तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश का आर्थिक पहिया भी धीमा पड़ रहा था, क्योंकि सूबे के कई कारोबारियों का कारोबार प्रदेश में आने वाले श्रद्धालुओं की आमद पर निर्भर है, जिसको ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट का यह आदेश प्रदेश के अनेकों लोगों के चेहरों की मुस्कुराहट की वजह बन रहा है। इस सिलसिले में उत्तराखंड सरकार ने हाईकोर्ट में हलफनामा भी दायर किया था।

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इसके साथ ही हाईकोर्ट ने अपने निर्दश मे कहा कि प्रदेश में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया जाए। बिना कोरोना टेस्ट के किसी भी को दर्शन की इजाजत नहीं है। वहीं, दर्शन के दौरान यह सुनिश्चित किय़ा जाए कि सभी लोग कोरोना काल में निर्धारित किए गए नियमों का पालन करें। इसके अलावा अगर प्रदेश में कोरोना की स्थिति की बात करें तो अब स्थिति पहले के मुकाबले स्थिति काबू में है। स्थिति अब पहले  जैसी नहीं है। वहीं, लोगों से कोरोना के निमयों के प्रति संजीदगी बरतने की अपील की जा रही है।