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Bihar Congress: अब बिहार में परेशान हुई कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, जानिए वजह

नई दिल्ली। एक समय पर देश की सबसे बड़ी और ताकतवर पार्टी कांग्रेस इस वक्त काफी परेशानी में है। एक तरफ जहां हर चुनाव के साथ पार्टी का हाल बेहाल होता जा रहा है। तो वहीं, पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में पार्टी में आंतरिक कलह भी देखने को मिल रही है। इस बीच अब …

नई दिल्ली। एक समय पर देश की सबसे बड़ी और ताकतवर पार्टी कांग्रेस इस वक्त काफी परेशानी में है। एक तरफ जहां हर चुनाव के साथ पार्टी का हाल बेहाल होता जा रहा है। तो वहीं, पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में पार्टी में आंतरिक कलह भी देखने को मिल रही है। इस बीच अब बिहार में प्रदेश अध्‍यक्ष मदन मोहन झा ने इस्‍तीफा दे दिया है। बता दें, बिहार में लगातार पार्टी को मिल रही हार और निराशाजनक प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्‍यक्ष मदन मोहन झा पर इस्‍तीफे का दबाव बना हुआ था। संभावना जताई जा रही थी कि प्रदेश अध्‍यक्ष मदन मोहन झा इस्‍तीफा दे सकते हैं। आज इन खबरों पर मुहर लगाते हुए मदन मोहन झा ने इस्‍तीफा दे दिया है। मदन मोहन झा का इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया गया है। वो इस वक्त दिल्‍ली में हैं। ध्यान हो कि बिहार में कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिर रहा है जिसके लिए सीधे तौर पर बिहार के प्रदेश मदन मोहन झा को जिम्‍मेदार माना जा रहा था। करीब चार साल बाद मदन मोहन झा से बिहार कांग्रेस अध्‍यक्ष की कमान ले ली गई है।

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MLC प्रेम चंद मिश्रा ने की पुष्टि

मदन मोहन झा का प्रदेश अध्‍यक्ष पद से दिए गए इस्तीफे की पार्टी के कद्दावर नेता और MLC प्रेम चंद मिश्रा ने पुष्टि की है। प्रेम चंद मिश्रा ने एक दैनिक समाचार पत्र से कहा कि मदन मोहन झा का इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया गया है। वो लगातार चार सालों से बिहार प्रदेश अध्‍यक्ष की जिम्‍मेदारी संभाले हुए थे। वहीं, अब उन्‍होंने इस्‍तीफा दिया है। बातचीत में आगे प्रेम चंद मिश्रा ने कहा कि पार्टी के एक नेता ने साफ तौर पर कहा कि मदन मोहन झा पर लगातार इस बात का दबाव बना हुआ था कि बिहार में पार्टी ठीक तरीके से काम नहीं कर पा रही है। ऐसे में मदन मोहन झा पर ही इसकी जिम्‍मेदारी है।

बढ़ा था 70 में से 19 सीट जीतने के बाद दबाव

यहां बताते चलें कि लगातार पार्टी की खराब हो रही हालत होने, कार्यकर्ताओं में कमी, चुनावों में हार, जिला लेवल पर कमेटियों का गठन न हो पाने जैसी वजहों के कारण मदन मोहन झा की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे थे। इसे लेकर पार्टी आलाकमान असंतुष्ट भी था। पार्टी के अंदर के एक अधिकारी का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से ही मदन मोहन झा पर इस्तीाफे का दबाव बना हुआ था। इसकी वजह ये भी थी कि क्योंकि पार्टी ने 70 सीट पर चुनाव लड़ा और केवल 19 सीटें ही उसकी झोली में आ सकी।