नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में दिए गए एससी-एसटी जातियों में क्रीमी लेयर संबंधी आदेश पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया। मायावती ने आरक्षण संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब वो लोग कहां हैं जो चुनाव के समय हाथ में संविधान की किताब लेकर घूम रहे थे? मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हाथ में संविधान लेकर घूमने वाले लोगों ने पिछड़ी जातियों को धोखा दिया, उनके साथ विश्वासघात किया। चुनाव के समय तो वादा किया था कि हम संविधान बचाएंगे मगर अब ये लोग चुप क्यों हैं?
जो चुनाव में संविधान लेकर घूम रहे थे, कहाँ है वे लोग। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित सभी पार्टियों से बस यही कहना है कि आश्वासन से काम नहीं चलेगा…इससे एसटी एससी को बड़ा नुकसान होगा….मोदी जी तो कभी भी हाउस बुला लेते हैं…इस मामले पर भी हाउस बुलाएं…इससे अन्य दलों की… pic.twitter.com/l5LqZftSRZ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) August 10, 2024
मायावती ने सपा और कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके रवैये से साफ जाहिर ना तो ये संविधान को बचाने वाले हैं और ना ही आरक्षण को। अब क्यों आरक्षण की बात नहीं कर रहे हैं। मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित सभी पार्टियों से मेरा बस यही कहना है कि आश्वासन से काम नहीं चलेगा। इससे एसटी-एससी को बड़ा नुकसान होगा। बीएसपी सुप्रीमो ने इस मामले में अन्य सभी दलों से भी अपना रुख साफ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी जी को इस मामले पर भी संशोधन विधेयक सदन में लाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को जो निर्णय सुनाया है उसे निष्प्रभावी करना चाहिए।
मायावती ने कहा कि अगर सदन में आरक्षण संबंधी संशोधन विधेयक आएगा तो इससे अन्य दलों का स्टैंड भी क्लियर हो जाएगा। बीएसपी सुप्रीमो ने केंद्र सरकार से इस संबंध में जल्द ही कदम उठाने की अपील की। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को दिए निर्णय में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) में मिलने वाले आरक्षण के अंदर कोटा को मंजूरी दे दी है। शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्य सरकार एससी और एसटी जनजातियों में सब कैटेगरी बना सकती है, जिससे जरूरतमंद लोगों को आरक्षण का अधिक लाभ मिल सकेगा।