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अब कौन होगा राम रहीम की गद्दी पर आसीन?, हनीप्रीत ने दिया ये जवाब

तो हनीप्रीत ने कहा था कि गुरु की गद्दी पर पापा यानी की राम रहीम ही आसीन होंगे। इस गद्दी पर विराजमान होने का एकमात्र अधिकार केवल और केवल बाबा राम रहीम के पास ही है। और किसी को भी यह अधिकार नहीं है। बता दें कि हनीप्रीत ने ये जवाब ऐसे वक्त में दिया है, जब यह चर्चा थी कि आगामी 25 अप्रैल को हनीप्रीत विधिवत रूप से गुरु गद्दी पर आसीन हो सकतीं हैं, जिसे देखते हुए सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिली।

नई दिल्ली। पहले लोगों में किसी भी मसले को लेकर जानने की आतुरता पैदा होती है। इसके बाद फिर गुलजार होता है अटकलों का बाजार। मसला चाहे सियासी हो या गैर -सियासी। अटकलों का बाजार किसी न किसी मसले को लेकर गुलजार रहता ही है। इसी कड़ी में पिछले कुछ दिनों से इस बात को लेकर अटकलों का बाजार गुलजार था कि आखिर बाबा राम रहीम की गद्दी पर कौन आसीन होने जा रहा है। अटकलें  लगाई जाने लगीं कि राम रहीम की सुपुत्री हनीप्रीत इस गद्दी की बागडोर संभाल सकतीं हैं। लेकिन इसे लेकर स्थिति कुछ स्पष्ट नहीं थी। इसके बाद यह सवाल सोशल मीडिया पर हनीप्रीत से पूछा गया। तो उन्होंने जो जवाब दिया, उसे जानकर सभी अटकलें जन्म लेने से पहले दम तोड़ गईं। चलिए, आगे जानते हैं कि आखिर उन्होंने अपने जवाब में ऐसा क्या कह दिया था।

तो हनीप्रीत ने कहा था कि गुरु की गद्दी पर पापा यानी की राम रहीम ही आसीन होंगे। इस गद्दी पर विराजमान होने का एकमात्र अधिकार केवल और केवल बाबा राम रहीम के पास ही है। और किसी को भी यह अधिकार नहीं है। बता दें कि हनीप्रीत ने ये जवाब ऐसे वक्त में दिया है, जब यह चर्चा थी कि आगामी 25 अप्रैल को हनीप्रीत विधिवत रूप से गुरु गद्दी पर आसीन हो सकतीं हैं, जिसे देखते हुए सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिली।

लेकिन इन सभी प्रतिक्रियाओं के सिरे चढ़ने से पहले ही हनीप्रीत ने अपने जवाब से ध्वस्त कर दिए। हनीप्रीत ने आगे कहा कि राम रहीम ने अपने पत्र में लिखा था कि वे ही अपने पत्र में विराजमान होंगे। और किसी को भी इस गद्दी पर विराजमान होने का नैतिक अधिकार नहीं है। अब ऐसे में यह देखना यकीनन दिलचस्प है कि आगे चलकर इस पर कौन विराजमान होता है।