newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Ram Temple: ठंड के बाद भी राम मंदिर के दर्शन के लिए भक्तों की उमड़ रही भीड़, गणतंत्र दिवस के दिन भी 3 लाख से ज्यादा ने किए दर्शन

Ram Temple: 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन यानी 23 जनवरी को करीब 5 लाख भक्तों ने भगवान राम के दर्शन किए थे। इसके बाद 24 और 25 जनवरी को भी रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी थी।

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में भक्तों का तांता लगा हुआ है। 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन यानी 23 जनवरी को करीब 5 लाख भक्तों ने भगवान राम के दर्शन किए थे। इसके बाद 24 और 25 जनवरी को भी रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी थी। अयोध्या जोन के आईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक 26 जनवरी को भी 3 लाख से ज्यादा लोगों ने रामलला के दर्शन किए। आईजी ने बताया कि भगवान राम के सुगम दर्शन और भक्तों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्था की गई हैं। बता दें कि यूपी में इस समय कड़ाके की ठंड है, लेकिन फिर भी रामभक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है और राम मंदिर के गेट पर भक्तों की कतार हर रोज तड़के से रात तक देखी जा रही है।

इस बीच, वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए समयसीमा को 1 घंटे बढ़ाया गया है। विनोद बंसल ने बताया है कि सुबह 4.30 बजे पहली मंगला आरती, फिर 6.30 बजे शृंगार आरती के बाद 7 बजे से भक्तों को राम मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश दिया जा रहा है। विनोद बंसल ने ये भी जानकारी दी है कि दोपहर 12 बजे भगवान रामलला की भोग आरती, फिर शाम 7.30 बजे संध्या आरती और 9 बजे भोग आरती और फिर रात 10 बजे शयन आरती होती है। बता दें कि आरती के दौरान सिर्फ विशेष पास हासिल करने वालों को ही राम मंदिर के गर्भगृह के बाहर रहने दिया जाता है। इस दौरान आम भक्तों का प्रवेश बंद रहता है। सभी आरती आधे घंटे के लिए होती हैं।

राम मंदिर आने वाले भक्तों की भीड़ को देखते हुए अभी सभी वीआईपी श्रद्धालुओं को न आने का आग्रह यूपी सरकार की तरफ से किया गया है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ राम मंदिर आने वाले भक्तों की सुविधाओं पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा लखनऊ से अयोध्या के लिए बस सेवा बंद रखने का फैसला पहले हुआ था। ताकि अयोध्या में रामभक्तों की भीड़ को कंट्रोल किया जा सके। माना जा रहा है कि फरवरी से भक्तों की भीड़ में थोड़ी कमी होने के बाद सभी पुरानी व्यवस्था फिर से अयोध्या के लिए शुरू की जाएंगी।