नई दिल्ली। किसी ना किसी मसले को लेकर सुर्खियों के सैलाब में सराबोर रहने वाले दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना अपने एक पत्र को लेकर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने अपने पत्र में गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गैर-मौजूदगी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने केजरीवाल से उनकी अनुपस्थिति की वजह जानने की कोशिश की है। बता दें, सीएम केजरीवाल की गैर-मौजूदगी पर बीजेपी की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। उधर, आम आदमी पार्टी की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है ।आइए, पहले जानते हैं कि आखिर बीजेपी की ओर से क्या कुछ बयान उनकी गैर-मौजूदगी को लेकर सामने आया है।
बीजेपी का आया रिएक्शन
बता दें कि बीजेपी ने गांधी जयंती के मौके पर सीएम केजरीवाल की गैर-मौजूदगी का मुद्दा उठाया है। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि, ‘कल 2 अक्टूबर को दिल्ली के CM का ग़ायब रहना अत्यंत गम्भीर… राजघाट विजय घाट पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति , PM सहित सभी गणमान्य लोग आते हैं. निमंत्रण दिल्ली के CM की तरफ़ से जी होता है . ये महात्मा गांधी का, शास्त्री जी का और देश की परम्पराओं का अपमान है।’
उपराज्यपाल ने अपने पत्र में क्या कहा ?
दरअसल, उपराज्यपाल ने अपने पत्र में सीएम केजरीवाल का जिक्र करते हुए कहा कि विगत गांधी जयंती के मौके पर ना तो आप ( सीएम केजरीवाल) मौजूद थे और ना ही आपकी सरकार का कोई मंत्री मौजूद था। यहां तक देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति सहित कई गणमान्यों ने श्रद्धासुमन श्रद्धांजलि अर्पित की थी। उधर, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का जिक्र कर पत्र में कहा गया कि कार्यक्रम में सिसोदिया मौजूद थे, लेकिन उनका रवैया भी काफी लापरवाह दिखा।
आम आदमी पार्टी ने दिया जवाब
आप ने कहा- सीएम ने पिछले कई वर्षों में हमेशा गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती कार्यक्रमों में भाग लिया है। रविवार रो सीएम गुजरात में थे और इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। एलजी की चिट्ठी की वजह को समझना जरूरी है। आप ने कहा कि सीएम ने अभी दो दिन पहले अहमदाबाद में पीएम के कार्यक्रम में खाली कुर्सियों के खिलाफ गुजरात के आदिवासी इलाके में एक बहुत बड़ी रैली को संबोधित किया था। बहरहाल, अभी इस पूरे मसले को लेकर दोनों को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच तीखी बहस का सिलसिला जारी है।