नई दिल्ली। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है, जिसे लेकर सियासी माहौल गुलजार है। हर कोई इस पर खुलकर प्रतिक्रिया दे रहा है। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत अनेकों गणमान्यों को न्योता दिया जा चुका है। इस न्योते को लेकर सियासी बहस भी छिड़ी हुई है। बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी निमंत्रण दिया गया था, जिसके बाद बहस तेज हो गई थी। वहीं, अब इस कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की भी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने क्या कहा है । आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, डीके शिवुकमार ने कहा कि, ‘आखिरकार हम सभी हिंदू ही हैं, तो ये हमारे लिए गर्व का विषय़ होना चाहिए कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। इस बीच उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हालांकि उन्होंने नेताओं को चयन करते समय भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया है।
डीके शिवकुमार ने कहा कि धर्म और आस्था किसी की निजी संपत्ति नहीं है। यह हम सबका है। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि हम सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। किसी के भी धार्मिक हितों पर कुठाराघात करना हमें अच्छा नहीं लगता है। हमारे शासन में किसी के भी साथ कोई भेदभाव ना हो। यह हम सुनिश्चित करते हैं।
इसके अलावा कर्नाटक सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठ के दिन प्रदेश के सभी मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के निर्देश दिए। उधर, डीके शिवकुमार के इस बयान के बाद बीजेपी नेता सीटी रवि का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जो भी हो रहा है। अच्छा हो रहा है और वैसे भी हम अपने सियासी फायदे के लिए भगवान राम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। भगवान राम कांग्रेस को सदबुद्धि दें।