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Bhadohi Loksabha Seat: यूपी में जा सकती है भाजपा संसद दल की एक सीट, हाईकोर्ट में दाखिल याचिका के बाद लग सकता है झटका..

Bhadohi Loksabha Seat: 4 जून को हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन से उत्तर प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा। सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा को महज 33 सीटों पर संतोष करना पड़ा। खास तौर पर भदोही सीट पर भाजपा ने निषाद पार्टी के नेता विनोद कुमार बिंद को मैदान में उतारा, जिन्होंने भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका दायर की गई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पूर्व उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका में भदोही लोकसभा सीट से भाजपा सांसद के चुनाव को अमान्य घोषित करने की मांग की गई है। ललितेश पति त्रिपाठी ने इस बात को सोशल मीडिया साइट एक्स पर साझा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले डॉ. विनोद कुमार बिंद ने किसी अन्य पार्टी के सदस्य होते हुए भाजपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़कर संविधान की 10वीं अनुसूची और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के नियमों का उल्लंघन किया है।

त्रिपाठी ने लिखा, “इस आधार पर मैंने आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल के समक्ष एक चुनाव याचिका प्रस्तुत की है, जिसमें मांग की गई है कि 78-भदोही लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में डॉ. विनोद कुमार बिंद का चुनाव अमान्य घोषित किया जाए।”

यूपी में भाजपा को लगा था झटका

4 जून को हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन से उत्तर प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा। सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा को महज 33 सीटों पर संतोष करना पड़ा। खास तौर पर भदोही सीट पर भाजपा ने निषाद पार्टी के नेता विनोद कुमार बिंद को मैदान में उतारा, जिन्होंने भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा। भदोही लोकसभा सीट सपा ने अपने कोटे से टीएमसी को आवंटित की थी। यहां से टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी ने चुनाव लड़ा, लेकिन 44,072 वोटों से हार गए। इससे पहले विनोद कुमार बिंद मिर्जापुर जिले की मंझनवा सीट से विधायक थे, जो 2022 के चुनाव में निषाद पार्टी के टिकट पर चुने गए थे।