कोलकाता। पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर गुरुवार को पहले दो घंटों में उपचुनाव की तीनों सीटों के मुकाबले में सबसे कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, हाई-प्रोफाइल विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के पहले दो घंटों में केवल 7.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। दूसरी ओर, मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर और समसेरगंज के दो विधानसभा क्षेत्रों में क्रमश: 17.5 और 16.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
हालांकि मुर्शिदाबाद जिले में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हो रहा है, लेकिन भवानीपुर में विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस निर्वाचन क्षेत्र में कई मौकों पर नियमों का उल्लंघन कर रही है। बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के कई इलाकों में अवैध रूप से सभा हुई। मैंने पुलिस से शिकायत की है लेकिन वे कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। यहां तक कि टिबरेवाल को निर्वाचन क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात राज्य पुलिस कर्मियों के साथ बहस करते हुए भी देखा गया है।
Distribution of sanitizer & gloves among the Electors at the Polling Station No 59A St Pauls Boarding & Day School under 159 Bhabanipur Assembly Constituency of Kolkata South District. @SpokespersonECI @ECISVEEP @rajivkumarec pic.twitter.com/hm6wKK0CH9
— CEO West Bengal (@CEOWestBengal) September 30, 2021
सीपीएम उम्मीदवार श्रीजीब विश्वास ने कहा कि मतदान केंद्रों के पास आपको विपक्ष के झंडे और बैनर नहीं मिलेंगे लेकिन बूथ के 200 मीटर के दायरे में तृणमूल कांग्रेस के झंडे हैं। मैंने पुलिस को बताया है लेकिन उन्होंने बात पर ध्यान नहीं दिया।
हालांकि, राज्य के परिवहन मंत्री और भवानीपुर के प्रभारी फिरहाद हकीम ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया, और कहा, “चुनाव आयोग ने केंद्रीय बलों की 35 कंपनियां तैनात की हैं। वे हमारे बल नहीं हैं। केंद्र बलों की 5,000 कंपनियां भी तैनात करने दें, लेकिन कुछ होने वाला नहीं है। भाजपा सभी बूथों पर मतदान एजेंट भी नहीं दे सकती है। मैं आपको बता रहा हूं वे अन्य क्षेत्रों से लोगों को लाएंगे और उन्हें बूथों में एजेंट के रूप में भेजने कोशिश करेंगे जो कि नियम के खिलाफ है। जब वे ऐसा करने में विफल रहेंगे तो वे चिल्लाना शुरू कर देंगे कि हम उनके एजेंटों को बैठने नहीं दे रहे हैं। यह हास्यास्पद है।”
बंगाल में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता बनर्जी का यह सीट जीतना जरूरी है। वोटों की गिनती 3 अक्टूबर को होगी।