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लखनऊ में PETA द्वारा लगाई गई ‘शाकाहारी बनें’ की होर्डिंग हटी, मौलवियों ने जताई थी आपत्ति

मौलाना के आपत्ति जताए जाने के बाद अब पेटा की उस होर्डिंग को हटा लिया गया है। बता दें कि मौलवी ने सवाल उठाते हुए कहा था कि “31 जुलाई को बकरीद मनाए जाने की उम्मीद है।

नई दिल्ली। द पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने बकरों की कुर्बानी रोकने के लिए अभियान शुरू किया ही था लेकिन ये अभियान परवान चढ़ता कि उससे पहले ही लखनऊ में इस अभियान पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है। दरअसल पेटा की तरफ से लखनऊ में कई होर्डिग्स लगाई थी, जिस पर ‘मैं जीव हूं, मांस नहीं, हमारे प्रति नजरिया बदलें, शाकाहारी बनें’ लिखा था। बता दें कि होर्डिग में एक बकरा भी नजर आ रहा है।

Peta

अब इस होर्डिंग को लेकर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल 31 जुलाई को बकरीद मनाया जाएगा, इसको देखते हुए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद राशीद फिरंगी महली ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को ईमेल भेजकर विवादित होर्डिंग हटाने की मांग की थी। बकरीद के त्यौहार से पहले बकरे की फोटो लगाकर होर्डिंग पर मौलाना ने आपत्ति जताई।

Peta Hordings lucknow

मौलाना के आपत्ति जताए जाने के बाद अब पेटा की उस होर्डिंग को हटा लिया गया है। बता दें कि मौलवी ने सवाल उठाते हुए कहा था कि “31 जुलाई को बकरीद मनाए जाने की उम्मीद है। त्यौहार के ठीक पहले इस तरह की होर्डिंग क्यों लगाई जा रही है?” इसको लेकर कैसरबाग पुलिस थाने में भी दो शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें इन होर्डिंग्स को हटाने की मांग की गई थी।

Peta India

बता दें कि मीठी ईद के करीब दो महीने बाद बकरीद का त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार को ईद-उल-अज़हा और ईद-इल-जुहा भी कहा जाता है। इस त्योहार पर मुख्य रूप से अल्लाह के नाम की कुर्बानी दी जाती है। बकरीद के दिन मुस्लिमों के घर बकरे की बलि देकर उसे हिस्सों में बाटकर दान करने की प्रथा है। इस साल बकरीद 31 जुलाई को मनाई जाएगी।