नई दिल्ली। केरल का एक वीडियो इस वक्त चर्चाओं में हैं। वीडियो में कुछ लोग एक व्यक्ति की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। विवाद इस वीडियो में ये हैं कि जिस व्यक्ति को पीटा जा रहा है वो व्यक्ति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जैसा दिखने वाला पोशाक पहना है और चेहरे पर मास्क लगाया है जिसपर योगी आदित्यनाथ की तस्वीर छपी हुई है। बताया जा रहा है कि घटना पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की छात्र शाखा सीएफआई (कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया) की तरफ से निकाली गई रैली के दौरान का है और उसी दौरान ये बनाया गया है।
व्यक्ति को सीएम योगी का कपड़ा पहनाकर पीटा?
खबरों की मानें तो यूपी पुलिस ने हाथरस में दलित युवती से रेप की घटना के बाद कई जगहों पर प्रदर्शन हुए थे। युवती के गांव में अशांति फ़ैलाने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। हाथरस में अशांति फैलाने के आरोप में सिद्दीकी कप्पन समेत कई पीएफआई कार्यकर्ताओं पर कड़ा ऐक्शन लिया था। इस मामले में कप्पन जेल में बंद चल रहा है। बताया जा रहा है कि इसी के विरोध में पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की छात्र शाखा सीएफआई की तरफ रैली निकाली गयी थी लेकिन इस रैली में एक व्यक्ति को सीएम योगी बनाकर कुछ लोग पिटाई करते नजर आये।
Kerala : Watch video of hatred against UP CM Yogi displayed by Islamic group Campus front of India (CFI) pic.twitter.com/waN17o6sni
— The Bite (@_TheBite) October 26, 2021
क्या यही इस्लाम का धरती पर प्रेम फैलाने का तरीका है?
हालांकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है। भारतीय जनता पार्टी (उत्तर प्रदेश) के प्रवक्ता प्रशांत उमराव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि केरल में आतंकी संगठन PFI के सहयोगी संगठन कॅम्पस फ्रंट आफ इंडिया (CFI) के नाम से चलने वाले इस्लामिक संगठन की करतूत। उसने अपने प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को चित्रित किया है। क्या यही इस्लाम का धरती पर प्रेम फैलाने का तरीका है?
केरल में आतंकी संगठन PFI के सहयोगी संगठन कॅम्पस फ्रंट आफ इंडिया (CFI) के नाम से चलने वाले इस्लामिक संगठन की करतूत।
उसने अपने प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी को चित्रित किया है।
क्या यही इस्लाम का धरती पर प्रेम फैलाने का तरीका है? pic.twitter.com/QdAZWg4d2O
— Prashant Umrao (@ippatel) October 26, 2021
दरअसल इस खबर के साथ जिस कप्पन की बात हो रही है वो हाथरस से गिरफ्तार किया गया था। उसने कई ऐसे लेख लिखे थे जो मुसलामानों को भड़काने वाले थे। ऐसे कई लेख पुलिस को कप्पन के लैपटॉप से बरामद हुए थे। जिसमें शरजील इमाम, राम मंदिर, दिल्ली दंगे, एंटी सीएए प्रोटेस्ट जैसे मुद्दों का जिक्र किया गया था। पुलिस की चार्जशीट में यह भी बताया गया था कि कप्पन एक जिम्मेदार पत्रकार की तरह लेख नहीं लिखता था। उसका काम सिर्फ मुस्लिमों को भड़काने का था। अब इसी की गिरफ्तारी के विरोध में पीएफआई के छात्रों ने रैली में योगी आदित्यनाथ बनाकर एक व्यक्ति की पिटाई की है जिसमें बाद मामला टूल पकड़ता दिखाई दे रहा है.।
आपको बता दें कि मोदी सरकार पीएफआई पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है।