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कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने किया 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा

कोरोना महासंकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 5 वीं बार देश को संबोधित किया।

नई दिल्ली। कोरोना महासंकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को फिर एक बार देश को संबोधित किया। पीएम मोदी का ये देश के नाम संबोधन रात 8 बजे शुरू हुआ था। इस संकट के बीच प्रधानमंत्री 5 वीं बार देश को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश की जीडीपी का 10 % हिस्से के बराबर 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा कर दी वहीं 18 मई से लॉकडाउन 4.0 की भी घोषणा पीएम मोदी ने कर दी और यह भी बता दिया कि यह लॉकडाउन अब नए रंग रूप के साथ देशभर में लागू होगा।

Narendra Modi

पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें…

कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को 4 महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस संक्रमित  हुए है। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दुखद मृत्यु हुई है।  भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। एक वायरस एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगी संकट का सामना कर रही है। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है हमने ऐसा संकट देखा है नहीं सुना है निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय क्राइसिस लेकिन थकना हारना टूटना बिखरना मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हमें बचना भी है ।

भारत की दुनिया भर में प्रशंसा हो रही है। दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है। मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ दे सकता है। 130 करोड़ देशवासियों के आतनिर्भर भारत का संकल्प हमें ये करने में मदद करेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि जब हम इन दोनों कालखंडो को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- आत्मनिर्भर भारत। एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं। इतनी बड़ी आपदा, भारत के लिए एक संकेत लेकर आई है, एक संदेश लेकर आई है, एक अवसर लेकर आई है। उन्होंने कहा कि जब कोरोना संकट शुरु हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई (PPE) किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति ये है कि भारत में हर रोज  2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं।

PM Narendra Modi

आत्मनिर्भर भारत की ये भव्य इमारत पाँच Pillars पर खड़ी होगी। पहला पिलर Economy एक ऐसी इकॉनॉमी जो Incremental change नहीं बल्कि Quantum Jump लाए। दूसरा पिलर Infrastructure एक ऐसा Infrastructure जो आधुनिक भारत की पहचान बने: पीएम मोदी

आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत आर्थिक राहत देने के लिए भारत अभियान आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरआत की जा रही है। यह अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। हाल में सरकार ने कोरोनावायरस से जुड़ी योजनाओं की घोषणा की थी जो रिजर्व बैंक के फैसले थे। आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा उसे जोड़ दें तो करीब करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। यह भारत की जीडीपी का करीब 10% है।

इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को,आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा: पीएम मोदी

कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा: पीएम मोदी

ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु-मंझोले उद्योग, MSME के लिए है। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है: पीएम मोदी

आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में- Land, Labour, Liquidity, Laws सभी पर बल दिया गया है: पीएम मोदी

ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है: पीएम मोदी

PM Narendra Modi

आत्मनिर्भरता,आत्मबल और आत्मविश्वास से ही संभव है। आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है: पीएम मोदी

लोकल सप्लाई चैन ने हमें इसका भी महत्व बराबर समझा दिया है। संकट के समय में लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है हमें इस लोकल ने ही बचाया है लोकल सिर्फ जरूरत नहीं बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है। समय ने हमें सिखाया है की लोकल को हमें अपना जीवन मंत्र बनाना ही होगा। आपको आज बड़े ब्रांड्स लगते हैं। वह भी कभी ऐसे ही बिल्कुल लोकल हुआ करते थे। लेकिन जब वहां के लोगों ने उनका इस्तेमाल शुरू किया उनका प्रचार शुरू किया उनके ब्रांडिंग की उन पर गर्व किया।

लॉकडाउन 4 का किया ऐलान

नए प्रारूप में होगा लॉकडाउन 4 नियमों का पालन करते हुए हमें कोरोना से लड़ना होगा। 18 मई से पहले लॉकडाउन 4 की पूरी जानकारी मिल जायेगीं