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Uttarakhand Miners Rescued: सिलक्यारा सुरंग से बचाए गए मजदूरों की पीएम मोदी ने थपथपाई पीठ, साहस की सराहना की; परिवारों में दिवाली जैसा उत्साह

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सकुशल बचाने में मंगलवार रात कामयाबी मिल गई। रैट माइनर्स ने जिस तरह 24 घंटे में सिर्फ अपने हाथों से 10 मीटर मलबा हटाकर 800 मिलीमीटर की पाइपलाइन बिछाने का काम कर दिया, उससे सभी मजदूरों को एक-एक कर बाहर निकाल लिया गया।

नई दिल्ली। 17 दिन की जद्दोजहद के बाद आखिरकार अदम्य इच्छाशक्ति और साहस की जीत हुई। उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सकुशल बचाने में मंगलवार रात कामयाबी मिल गई। रैट माइनर्स ने जिस तरह 24 घंटे में सिर्फ अपने हाथों से 10 मीटर मलबा हटाकर 800 मिलीमीटर की पाइपलाइन बिछाने का काम कर दिया, उससे सभी मजदूरों को एक-एक कर बाहर निकाल लिया गया। सभी मजदूर खबर लिखे जाने तक चिन्यालीसौड़ के स्वास्थ्य केंद्र में हैं। मजदूरों के सिलक्यारा सुरंग से निकलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की। मोदी से बात कर मजदूर काफी खुश थे। पीएम मोदी न मजदूरों को शुभकामनाएं दी और 17 दिन तक सुरंग में फंसे होने के बाद भी साहस न खोने के लिए उनकी सराहना की। पीएम ने कहा कि ये मानवता को बचाने की जंग थी, जिसमें जीत हासिल हुई है।

पीएम मोदी ने मजदूरों से फोन पर बात करने के दौरान किस तरह उनके साहस की तारीफ की, ये सुनिए।

उधर, सिलक्यारा सुरंग से मजदूरों के बाहर आने के बाद उनके परिवार जश्न में डूब गए। दिवाली के दिन 12 नवंबर को सिलक्यारा सुरंग में धंसाव होने से 60 मीटर दूरी तक मलबा भर गया था। इसी मलबे के पीछे मजदूर फंस गए थे। मजदूरों को जब अथक मेहनत से बाहर निकालने में सफलता मिली और उनके परिजनों ने इसे न्यूज चैनलों पर लाइव देखा, तो खुशी से उनके आंसू निकल आए। सिलक्यारा सुरंग से बचाए गए सभी मजदूरों के घरों में इसके बाद दिवाली जैसा माहौल बन सका। जबकि, 12 नवंबर को सुरंग में धंसाव के बाद वे इसी चिंता में थे कि उनका अपना जीवित वापस लौटेगा या नहीं। देखिए, बचाए गए मजदूरों के घर में किस तरह मनाई गई खुशी।

मजदूरों को सिलक्यारा सुरंग से सकुशल बाहर लाए जाने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उन्होंने सुरंग बना रही कंपनी से कहा है कि इन मजदूरों को घर जाने के लिए 15 से 20 दिन की छुट्टी दी जाए। उत्तराखंड सरकार सभी बचाए गए 41 मजदूरों को 1-1 लाख रुपए भी देगी। साथ ही उनके इलाज का सारा खर्च भी उत्तराखंड सरकार की तरफ से दिया जाएगा। कुल मिलाकर अब तक विज्ञान और अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया के देशों को टक्कर दे रहे भारत ने ये दिखा दिया है कि वो अब जहां दुश्मनों को बख्शता नहीं है, वहीं अपने नागरिकों को बचाने के लिए हर तरह का कदम उठाने से पीछे नहीं हटता।