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Gurupurab: गुरुनानक देव जी की जयंती पर कच्छ में सिख संगत को कल संबोधित करेंगे मोदी, वर्चुअल होगा कार्यक्रम

गुरुद्वारा लखपत साहिब में बड़ा कार्यक्रम होता है। इस गुरुद्वारे की जगह पर ही गुरु नानक देव जी अपनी भारत यात्रा के दौरान रहे थे। गुरुद्वारे में गुरु नानक देव जी की खड़ाऊं और पालकी के अलावा गुरुमुखी में लिखे उनके विचार रखे हैं।

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी कल यानी 25 दिसंबर को सिखों के पहले गुरु नानक देव जी की जयंती के मौके पर गुजरात के कच्छ में गुरुद्वारा लखपत साहिब में संगत को संबोधित करेंगे। ये प्रोग्राम वर्चुअल तरीके से होगा। हर साल 23 दिसंबर से 25 दिसंबर तक गुजरात में सिख गुरुनानक देव जी की जयंती मनाते हैं। इस मौके पर गुरुद्वारा लखपत साहिब में बड़ा कार्यक्रम होता है। इस गुरुद्वारे की जगह पर ही गुरु नानक देव जी अपनी भारत यात्रा के दौरान रहे थे। गुरुद्वारे में गुरु नानक देव जी की खड़ाऊं और पालकी के अलावा गुरुमुखी में लिखे उनके विचार रखे हैं। जिनके दर्शन के लिए दूर-दूर से सिख श्रद्धालु यहां आते हैं।

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पीएम मोदी यहां मौजूद संगत को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे संबोधित करेंगे। इस गुरुद्वारे का बड़ा हिस्सा साल 2001 में आए भीषण भूकंप से क्षतिग्रस्त हो गया था। तब मोदी गुजरात के सीएम थे। उन्होंने गुरुद्वारे के जीर्णोद्धार के लिए कई कदम उठाए थे। इसी से साबित होता है कि वो सिख धर्म के प्रति कितनी आस्था रखते हैं। मोदी पहले भी तमाम गुरुद्वारों में मत्था टेकने जाते रहे हैं। उनकी सरकार ने गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती को भी धूमधाम से मनाया था। इसके अलावा सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी की 350वीं जयंती और 9वें गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर भी राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार ने कई कार्यक्रम किए थे।

मोदी इससे पहले दिल्ली में गुरुद्वारा बंगला साहिब भी कई बार जा चुके हैं। वहां जाकर उन्होंने मत्था टेका था और सिखों से बातचीत की थी। उन्हें कई बार गुरुद्वारों में सरोपा भी भेंट किया गया। मोदी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के दोषियों को भी जेल भेजा था और इन दंगों की फिर से जांच कराई थी। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ पीएम मोदी के निर्देश पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है।