newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

दुनिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट से हवाई क्रांति की नई कहानी, आज PM मोदी करेंगे जेवर एयरपोर्ट का भूमि पूजन

दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा दूसरा और बेंगलुरु का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तीसरे स्थान पर है, लेकिन अब क्षेत्रफल के नजरिए से यूपी का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत में सबसे बड़ा होगा।

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ग्रेटर नोएडा के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमि पूजन करेंगे। इस एयरपोर्ट को वर्ष 2024 तक बनाने का लक्ष्य है। पहली फ्लाइट यहां से सितंबर 2024 में उड़ेगी। इस एयरपोर्ट का निर्माण ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कर रही है। एयरपोर्ट के नजदीक फिल्म सिटी, मेडिकल इंस्टीट्यूट्स और कई इंडस्ट्रीज के विकास की भी योजना है। माना जा रहा है कि इस एयरपोर्ट के बनने से करीब एक लाख लोगों को रोजगार का मौका मिलेगा।
हवाई यात्रा के लिहाज से उत्तर प्रदेश क्रांति की नई कहानी लिख रहा है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहले से हैं। कुशीनगर एयरपोर्ट का काम भी हो चुका है। आने वाले कुछ महीने में अयोध्या और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी पूरा कर हो जाएगा।
इसके साथ ही देश की राजधानी दिल्ली देश का पहला ऐसा शहर बन जाएगी, जहां 70 किलोमीटर की रेंज में तीन एयरपोर्ट होंगे। इनमें दो इंटरनेशनल होंगे। दिल्ली और जेवर के अलावा तीसरा एयरपोर्ट गाजियाबाद का हिंडन है, जहां से घरेलू उड़ान संचालित होती हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली, हरियाणा के NCR के जिले और उत्तर प्रदेश के पश्चिम के जिलों को लाभ मिलने वाला है।

सितंबर 2024 से विमान भरने लगेंगे उड़ान
पहली फ्लाइट यहां से सितंबर 2024 में उड़ेगी। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में 29 हजार 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यहां एक साथ 178 विमान खड़े हो सकेंगे। जेवर एयरपोर्ट बन जाने से दिल्ली एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा। उड्‌डयन मंत्रालय के मुताबिक रोजाना करीब 35 हजार यात्री दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की ओर शिफ्ट हो जाएंगे। दिल्ली एयरपोर्ट से जेवर की दूरी करीब 70 किमी है, जबकि हिंडन से दिल्ली एयरपोर्ट की दूरी करीब 65 किमी है।
फिलहाल, दिल्ली एयरपोर्ट पर साल भर में साढ़े छह करोड़ यात्री यात्रा करते हैं। अगले 5 साल में यह संख्या बढ़कर 10 करोड़ हो जाएगी। नागरिक विमानन मंत्रालय कह चुका है कि दिल्ली के एयर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए साल 2040 तक यहां पर 3 एयरपोर्ट होने चाहिए। ऐसे में दिल्ली से 72 किलोमीटर दूर जेवर कस्बे में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) दिल्ली के एयर ट्रैफिक को कम करने में मददगार साबित होगा।

ऐसा होगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट 5845 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा। हालांकि पहले चरण में इसका निर्माण 1334 हेक्टेयर जमीन पर होगा। फर्स्ट फेज में यहां दो यात्री टर्मिनल और दो रनवे बनाए जाएंगे। बाद में यहां कुल पांच रनवे बनेंगे। एयर ट्रैफिक बढ़ने पर इससे अधिक रनवे बनाए जा सकते हैं। इस हवाई अड्डे की क्षमता फिलहाल सालाना 9 करोड़ यात्रियों की होगी, जिसके साल-2050 तक 20 करोड़ होने का अनुमान है।

जेवर एयरपोर्ट पर पहले साल 40 लाख यात्री करेंगे सफर
जेवर एयरपोर्ट से पहले साल करीब 40 लाख यात्रियों की आवाजाही रहेगी। यह संख्या 2025-26 तक 70 लाख तक पहुंच सकती है। वर्ष 2044 तक यात्रियों की संख्या करीब 8 करोड़ होने की उम्मीद है।

यहां के लिए रहेंगी फ्लाइट्स
घरेलू उड़ानों में 40 फीसदी मांग मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद व चेन्नई जैसी मेट्रो सिटी में आने-जाने वाले यात्रियों की है। इसलिए जेवर एयरपोर्ट से शुरुआत में 8 घरेलू उड़ानें शुरू की जाएंगी।

jevar airport pm modi

दुनिया का चौथा बड़ा एयरपोर्ट
दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा दूसरा और बेंगलुरु का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तीसरे स्थान पर है, लेकिन अब क्षेत्रफल के नजरिए से यूपी का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत में सबसे बड़ा होगा।
जब जेवर एयरपोर्ट अपने पूरे क्षेत्रफल पर विकसित होगा, तब फ्लोरिडा के ऑरलैंडो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को पछाड़कर दुनिया के चौथे बड़े हवाई अड्डे की सूची में अपना स्थान बना चुका होगा। फिर बिग-फाइव एयरपोर्ट की सूची से डलास एयरपोर्ट का नाम बाहर हो जाएगा। दुनिया में सबसे बड़ा एयरपोर्ट सऊदी अरब के किंग फहाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट (77,600 हेक्टेयर) को माना जाता है। इसके बाद अमेरिका के डेनवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (13,751 हेक्टेयर) का नंबर आता है। तीसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी अमेरिका में है। इस श्रेणी में चौथा स्थान भारत का होगा। ग्रेटर नोएडा के प्रस्तावित जेवर को दुनिया का चौथा सबसे बड़ा (5,845 हेक्टेयर) एयरपोर्ट माना जा रहा है।