अयोध्या। अयोध्या में आज उत्सव का माहौल है। यहां आज दीपोत्सव है। शाम को 17 लाख दीये जलाकर रामनगरी को जगमगाया जाएगा। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला और उनके भाइयों के दर्शन करने लोग पहुंच रहे हैं। आज इस मंदिर का महत्व और बढ़ गया है। मान्यता है कि वनवास पूरा कर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता माता छोटी दिवाली पर ही अयोध्या लौटे थे। ग्रंथों में है कि उस दिन अयोध्या के लोगों ने घी के दीये जलाए थे। दीपक को भारतीय संस्कृति में अहम स्थान मिला हुआ है। तम यानी अंधकार को दूर करने और ईश्वर के प्रकाश के प्रतीक के तौर पर दीपक जलाया जाता है।
आज अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर पवित्र सरयू नदी के तट पर तो लाखों दीपक जलाए ही जाएंगे। 5 खास दीपक रामलला के दरबार में प्रज्ज्वलित किए जाने हैं। ये 5 दीपक जलाकर पीएम नरेंद्र मोदी भगवान राम की पूजा करेंगे। हर एक दीपक पंचतत्व का एक-एक प्रतीक होगा। मोदी इन दीयों को जलाकर भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की कथा को याद करेंगे। बता दें कि हिंदू धर्म के मुताबिक शरीर पंचतत्वों से बना है। इन्हीं पंचतत्वों के प्रतीक स्वरूप आज रामलला के मंदिर में 5 दीये जलाए जाने हैं।
मोदी सिर्फ भगवान राम की पूजा अर्चना ही नहीं करेंगे। वो अयोध्या में भगवान राम के रूप में कलाकार का अभिषेक भी करेंगे। भगवान राम के अयोध्या की गद्दी पर बैठने का प्राचीनकाल का दृश्य इससे आज साकार रूप में सबके सामने आएगा। इस मौके पर रूस से आया दल रामलीला का मंचन भी करेगा। इससे पहले दीपोत्सव में इंडोनेशिया समेत अन्य देशों के दल रामलीला का मंचन करते रहे हैं। पूरे कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके अफसरों का बहुत योगदान रहा है।