नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ भारत की जंग अभी भी बहुत मुश्किल दौर से गुजर रही है। कोरोना से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सक्रिय होकर पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे अभियान में भारतीय सेना के कार्यों पर भी अपनी नजर रख रहे हैं। इसको लेकर पीएम मोदी हाल ही में सीडीएस बिपिन रावत से मिले थे और उनसे सेना के द्वारा तैयार किए गए कार्ययोजना को जाना था। संकट के इस वक्त में भारतीय वायुसेना संकट मोचक बनी हुई है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया से भी मुलाकात की।
इस मौके पर एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान कोविड-19 से संबंधित स्थिति में मदद के लिए किए जा रहे भारतीय वायुसेना के प्रयासों पर पीएम को जानकारी दी।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया की भारतीय वायुसेना अपनी पूरी क्षमता के साथ इस संकट की घड़ी में देश की सेवा के लिए तत्पर है। इसके साथ ही देश और विदेश से भारतीय वायुसेना लगातार संसाधनों को इकट्ठा करने और उसे सही जगह पर पहुंचाने का कार्य कर रही है। इसके लिए भारतीय वायुसेना 24×7 काम कर रही है।
पीएम ने इस बैठक के दौरान ऑक्सीजन टैंकरों और अन्य आवश्यक सामग्री के परिवहन में परिचालन की गति, पैमाने और सुरक्षा को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पीएम ने यह सुनिश्चित करने के बारे में कहा कि कोविड संबंधित ऑपरेशनों में लगे IAF कर्मी संक्रमण से सुरक्षित रहें। उन्होंने सभी कोविड से संबंधित परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता के बारे में भी बताया।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बताया कि भारतीय वायु सेना सभी इलाकों को कवर करने के लिए बड़े और मध्यम आकार के हवाई जहाजों को तैनात कर रही है। उन्होंने IAF द्वारा एक समर्पित COVID एयर सपोर्ट सेल के बारे में विस्तार से जानकारी दी जिसमें कोविड से संबंधित कार्यों के लिए विभिन्न मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ तेजी से समन्वय सुनिश्चित किया गया है।
पीएम ने वायुसेना कर्मियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने उन्हें अवगत कराया कि भारतीय वायुसेना में कोरोना टीकाकरण कवरेज अब पूरा होनेवाला है। उन्होंने पीएम को यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों में कोविड की सुविधा में वृद्धि हुई है और सामान्य नागरिकों को भी सुविधा देने की कोशिश की जा रही है।