newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Police On Guard: दिल्ली समेत कई राज्यों में पुलिस के लिए आज बड़ी चुनौती, राहुल से पूछताछ और भारत बंद पर हंगामे के आसार

देश के तमाम राज्यों में आज पुलिस के लिए काफी बड़ी चुनौती का दिन है। दो मसलों पर पुलिस को आज कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी। इन मसलों में एक है जवानों की भर्ती की अग्निपथ योजना और दूसरा मसला प्रवर्तन निदेशालय ED में राहुल गांधी की पेशी।

नई दिल्ली। देश के तमाम राज्यों में आज पुलिस के लिए काफी बड़ी चुनौती का दिन है। दो मसलों पर पुलिस को आज कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी। इन मसलों में एक है सेना में जवानों की भर्ती की अग्निपथ योजना और दूसरा मसला प्रवर्तन निदेशालय ED में राहुल गांधी की पेशी। अग्निपथ योजना के खिलाफ कई दिन से हिंसा का दौर चल रहा है। आज इस योजना के खिलाफ तमाम संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों के 4 लाख ट्रैक्टर दिल्ली की ओर कूच करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में राजधानी दिल्ली, हरियाणा और यूपी में पुलिस चौकसी बरत रही है।

rahul gandhi ed office

अब बात राहुल गांधी की कर लेते हैं। राहुल गांधी से ईडी ने पहले तीन दिन पूछताछ की थी। नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड AJL की संपत्ति महज 50 लाख रुपए में यंग इंडिया लिमिटेड YIL को ट्रांसफर किए जाने में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर ये पूछताछ हो रही है। राहुल से ईडी ने 13, 14 और 15 जून को पूछताछ की थी। इसके बाद राहुल ने एक दिन का ब्रेक मांगा था। ईडी ने उन्हें इस पर 4 दिन की राहत दी थी और आज से फिर बुलाया था। राहुल की तीन दिन ईडी में पेशी के दौरान दिल्ली समेत कई राज्यों में कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया था। आज भी ऐसे ही आसार दिख रहे हैं। यानी पुलिस को इस दूसरे मोर्चे पर भी अपने कौशल का प्रदर्शन करना पड़ सकता है।

rakesh tikait

अग्निपथ और कांग्रेस के प्रदर्शन के साथ ही राकेश टिकैत की 4 लाख ट्रैक्टर तैयार होने की धमकी के कारण दिल्ली पुलिस ने बीते कल से ही देश की राजधानी के सभी बॉर्डर पर बैरिकेड लगाकर चौकसी बरतनी शुरू कर दी है। बता दें कि टिकैत और उनके साथियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से ज्यादा समय तक दिल्ली की सीमाओं पर धरना दिया था और इससे पुलिस को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्टर मार्च भी निकाला गया था और उस दौरान लालकिले और कुछ अन्य जगह हिंसा की घटनाएं भी हुई थीं।