newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Farmers Protest: किसान नेताओं पर चढ़ा सियासी बुखार, कहा देश के लिए पाकिस्तान नहीं पीएम मोदी बड़ा खतरा

Farmers Protest: दिल्ली की सीमा पर बैठे किसान नेताओं के सुर भी पूरे सियासी हो गए हैं। यहां किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने विवादास्पद बयान दे दिया। बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि अपने समर्थकों से बोले बोले- पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा पीएम मोदी हैं।

नई दिल्ली। किसान आंदोलन को शुरू हुए 100 से ज्यादा दिन बीत चुका है। एक तरफ 26 जनवरी की लाल किला हिंसा ने किसान आंदोलन को विवादों में ला दिया तो दूसरी तरफ राकेश टिकैत के आंसुओं से इस आंदोलन का सैलाब फिर से घुमड़ उठा। लेकिन फिर धीरे-धीरे इस आंदोलन की धार में कमी आने लगी। किसान सरकार से तीन कृषि कानूनों को खारिज करने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार इन कृषि कानूनों में हर तरह के संशोधन के लिए तैयार है। लेकिन इस सब के बीच अब किसान आंदोलन सियासी होता जा रहा है। किसान नेताओं पर सियासत का बुखार इतना चढ़ा है कि राकेश टिकैत अब यह कहने से नहीं कतराते की उनके आंदोलन को विपक्षी दल का सहयोग नहीं मिल रहा है।

Farmers Protest

वहीं भाजपा को पश्चिम बंगाल में हराने की जिद्द लेकर राकेश टिकैत प्रदेश में पहुंच गए हैं। यहां नंदीग्राम पहुंचे राकेश टिकैत ने लोगों से कहा कि बंगाल के लोगों को संदेश है कि भारत सरकार ने देश को लूट लिया है उन्हें वोट नहीं करना..अपने बंगाल को बचाना। अगर कोई वोट मांगने आए तो उनसे पूछना कि हमारा MSP कब मिलेगा, धान की कीमत 1850 हो गई है वो कब मिलेगी?


नंदीग्राम से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कोलकाता में किसान महापंचायत में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कहा कि यह सरकार तो बात से मान नहीं रही है इसे वोट की चोट जरूरी है। वोट की चोट से ही यह सरकार कुंभकर्णी नींद से जागेगी।

Farmers Protest

वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की सीमा पर बैठे किसान नेताओं के सुर भी पूरे सियासी हो गए हैं। यहां किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने विवादास्पद बयान दे दिया। बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि अपने समर्थकों से बोले बोले- पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा पीएम मोदी हैं। नरेंद्र मोदी को वोट न दें। राजेवाल कहते हैं कि पिछले तीन महीनों से महसूस कर रहे हैं कि केंद्र की सरकार किसानों के नाम पर धोखा कर रही है और वो लोग नतीजों पर पहुंचे है कि केंद्र सरकार को एक पल सरकार में बने रहने का अधिकार नहीं है।

राकेश टिकैत की खुली पोल, अब तक अपना मंच गैर राजनीतिक बताते आए किसान नेता ‘कांग्रेस के ट्रैक्टर’ पर बैठे दिखे
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। एक तरफ जहां दिल्ली-NCR की सीमाओं पर चल रहा किसानों का प्रदर्शन भले ही 100 दिन से अधिक वक्त हो चुका है, लेकिन अब यह आंदोलन जन समर्थन खोता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन को लेकर राजनीति भी जोरों पर है। वहीं इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत की एक तस्वीर सामने आई है। जिसके बाद खुद को अब तक अपने मंच को पूरी तरह गैर राजनीतिक बताने वाले राकेश टिकैत की पोल खोल दी है। बता दें कि इससे पहले राकेश टिकैत का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें हरियाणाा के झज्‍जर जिले के पास ढांसा बॉर्डर पर चल रहे धरने में किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करने पहुंचे राकेश टिकैत से एक छात्रा ने ऐसा प्रश्न पूछ लिया कि जिसके बाद हंगामा हो गया। इतना ही नहीं छात्रा के सवालों ने किसान नेता राकेश टिकैत की बोलती तक बंद कर दी। दरअसल छात्रा ने राकेश टिकैत से 26 जनवरी के दिन ट्रैक्‍टर परेड के दौरान दिल्‍ली में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछा लिया। इसके अलावा लड़की ने राकेश टिकैत से कृषि कानूनों से नुकसान के बारे में भी पूछा।

rakesh tikait

दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार काे खारिया खंगार में ‘कांग्रेस के ट्रैक्टर’ पर सवार नजर आए। खास बात ये है कि किसान महापंचायत के लिए पीपाड़ जाने से पहले यहां कांग्रेसी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया, साथ इस दौरान उनके स्वागत में कांग्रेसी नेताओं का भी जमावड़ा देखने को मिला।


कांग्रेस के वरिष्ठ और पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ ने राकेश टिकैत काे अपना बैनर लगे ट्रैक्टर पर बैठाया, फिर साथ में पीपाड़ लेकर गए। ट्रैक्टर पर भोपालगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश जाखड़ समेत कई कांग्रेसी भी सवार थे। जबकि स्वागत करने वाले कांग्रेसियों में पूर्व जिला प्रमुख मुन्नीदेवी गोदारा, पूर्व उप जिला प्रमुख हीरालाल मुंडेल, पूर्व राजसिको अध्यक्ष सुनील परिहार, पूर्व पालिकाध्यक्ष बाबूलाल टाक, राणाराम नैन, वीपी सिंह कुड़ व रजलानी सरपंच पारस गुर्जर आदि शामिल थे।