नई दिल्ली। अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों के साथ संवाद में राहुल गांधी ने देश के लोकतंत्र को लेकर कुछ ऐसा कहा कि जिसे भाजपा लोकतंत्र का अपमान बता रही है। दरअसल राहुल गांधी ने देश में लोकतंत्र को लेकर बात करते हुए नरेंद्र मोदी की तुलना सद्दाम हुसैन और गद्दाफी जैसे तानाशाहों से कर दी। इसके अलावा उन्होंने आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे आतंकी संगठन से कर दी थी। उनके इस बयान को लेकर अब भाजपा ने करारा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि, राहुल गांधी की बातों पर टिप्पणी करना बेकार है क्योंकि वे विचार से नहीं करते। पता नहीं वे किस ग्रह पर रहते हैं। देश के लोकतंत्र की तुलना गद्दाफी और सद्दाम हुसैन से करना जनता का अपमान है। गद्दाफी और सद्दाम जैसा इस देश में 1975 से 77 केवल दो ही साल हुआ।
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने राहुल गांधी को लेकर कहा, ‘मुझे लगता है राहुल गांधी को भी पार्टी इजाजत नहीं दे रही। वे कुछ भी बोलते रहते हैं।उनकी बात पर जवाब देना बंद कर देना चाहिए।’ दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था कि संसद में बीजेपी के सांसद उन्हें बताते हैं कि वे ओपेन चर्चा नहीं कर सकते। सांसदों ने बताया कि उन्हें पहले से ही क्या बोलना है ये बता दिया जाता है।
फिलहाल राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार, भाजपा और संघ पर तीखे हमले करना कोई नई बात नहीं है। लेकिन राहुल गांधी अब लोकतंत्र की मर्यादा का हनन करते हुए कई तानाशाहों से देश के प्रधानमंत्री और संस्थाओं की तुलना करने लगे हैं। राहुल गांधी का निशाना सीधे तौर पर स्वायत्त संस्था चुनाव आयोग पर था।
दरअसल राहुल यह बताना चाह रहे थे कि 2014 से पहले देश में चुनाव आयोग सही काम करती थी लेकिन अब सारा काम सरकार के इशारे पर हो रहा है। लेकिन यह बोलते हुए राहुल भूल गए कि इसी देश में राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड जैसे राज्यों में उनकी पार्टी की या फिर गठबंधन की सरकार है।