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Prediction: जानिए उद्धव सरकार के मंत्री की वो भविष्यवाणी क्या थी जो अब बनती दिख रही है हकीकत

जिस तारीख को राजेश टोपे भविष्यवाणी कर रहे थे, उसी तारीख को देर रात दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान वैज्ञानिकों ने की थी। तबसे ये वैरिएंट अपने प्रसार को लगातार बढ़ाते हुए दुनिया के 36 देशों में पहुंच गया है और 400 से ज्यादा मरीज इसके हो गए हैं।

मुंबई। बीती 24 नवंबर की बात है। इस तारीख को एक भविष्यवाणी हुई थी। ये भविष्यवाणी की थी महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने। राजेश टोपे की यही भविष्यवाणी अब हकीकत बनती दिख रही है। राजेश टोपे ने 24 नवंबर को कहा था कि दिसंबर में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि इस लहर का असर हल्का रहने की उम्मीद है। राजेश टोपे ने किस आधार पर ये बात कही थी, ये तो नहीं पता, लेकिन उनकी भविष्वाणी को ओमिक्रॉन वैरिएंट ने सही साबित कर दिया है। जिस तारीख को राजेश टोपे भविष्यवाणी कर रहे थे, उसी तारीख को देर रात दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान वैज्ञानिकों ने की थी। तबसे ये वैरिएंट अपने प्रसार को लगातार बढ़ाते हुए दुनिया के 36 देशों में पहुंच गया है और 400 से ज्यादा मरीज इसके हो गए हैं। राजेश टोपे की बात हकीकत बनती दिख रही है, क्योंकि नए वैरिएंट का तेजी से प्रसार पूरी दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर ला सकता है।

rajesh tope

राजेश टोपे ने जब कोरोना की तीसरी लहर की भविष्यवाणी की थी, तो तमाम वैज्ञानिक और नामचीन डॉक्टर दावा कर रहे थे कि भारत में तीसरी लहर की कोई गुंजाइश नहीं है। यहां भले अभी ये गुंजाइश न दिख रही हो, लेकिन दुनिया के ताकतवर मुल्कों में जिस तरह तमाम कदम उठाने के बाद भी वायरस फैल रहा है, उससे लगता है कि एक दिन भारत को भी अपनी चपेट में ये ले सकता है।

बता दें कि इस वैरिएंट से खौफ का माहौल बन गया है। दरअसल, इस साल आए डेल्टा वैरिएंट ने जिस तरह लोगों को बीमार किया और हजारों लोगों की जान ली, उससे लोग घबराए हुए हैं। हालांकि, सरकार कह रही है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से ओमिक्रॉन वैरिएंट को रोका जा सकता है, लेकिन अब विशेषज्ञ कह रहे हैं कि टीका ले चुके लोगों को बूस्टर डोज देने की जरूरत पड़ सकती है।