नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर जो बयान दिया था उसपर अब दोनों ही नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दोनों नेताओं के आलावा अन्य लोगों के विरुद्ध शनिवार को एक शिकायत दर्ज की गई है। ये नए संसद भवन के उद्घाटन के आयोजन के संबंध में है। इन दोनों नेताओं के ऊपर आरोप है कि अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जाति का हवाला दिया गया, जिससे समुदायों/समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया। इन दोनों ही नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू की जाति को लेकर भड़काऊ बयान भी दिए थे। जोकि IPC की धारा 121,153A, 505 और 34 तहत अपराध की श्रेणी में गिने जाते हैं।
नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह को।लेकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की जाति पर भड़काऊ बयान देने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
धारा 121, 153ए, 505 और 34 IPC के अंतर्गत दर्ज हुई शिकायत@AamAadmiParty@INCIndia pic.twitter.com/xCVwtez5y1
— Jyoti Singh (@jyotisinghjourn) May 27, 2023
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण नहीं दिए जाने को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोलने की कोशिश की थी। बीजेपी को निशाने पर लेने के लिए खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आधार बनाया। उन्होंने लगातार एक के बाद एक 4 ट्वीट कर सरकार को घेरा और कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार दलित और जनजातीय समुदायों से राष्ट्रपति केवल चुनावी कारणों से निर्धारित करती है। खरगे ने कहा कि जब शिलान्यास हुआ था तब तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी मोदी सरकार ने नहीं बुलाया था और अब जब उद्घाटन हो रहा है तब भी राष्ट्रपति से नहीं करवाया जा रहा है।
It looks like the Modi Govt has ensured election of President of India from the Dalit and the Tribal communities only for electoral reasons.
While Former President, Shri Kovind was not invited for the New Parliament foundation laying ceremony…
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— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 22, 2023
खड़गे अपने इसी बयान को लेकर घिर गए हैं। दूसरी तरफ बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दलित समाज पूछ रहा है कि क्या उन्हें अशुभ मानते हैं, इसलिए नहीं बुलाते? केजरीवाल का ये बयान कई मायनों में दलित और पिछड़े जातियों का अपमान करने वाला नजर आता है। अगर बीजेपी ऐसा सोचती तो एक आदिवासी को और एक दलित को राष्ट्रपति के पद पर नहीं बैठाती।
#BreakingNews : अरविंद केजरीवाल और मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ शिकायत दर्ज
राष्ट्रपति की जाति को लेकर की थी टिप्पणी #ArvindKejriwal #MallikarjunKharge #PresidentOfIndia #PMOIndia #newsindia @ArvindKejriwal @kharge @INCIndia @BJP4India @AamAadmiParty @DeepikasinghJ pic.twitter.com/v1yLLpE6GK
— News India (@newsindia24x7_) May 27, 2023