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Jungleraj Returns? बिहार में नीतीश के नए राज में अपराध की बाढ़, पूर्वी चंपारण में कोर्ट कर्मचारी समेत 2 की हत्या, लगातार हो रहे हैं वारदात

जबसे नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई है, लगातार अपराध हो रहे हैं। यहां तक कि राजधानी पटना में भी लोग कई वारदातों से हिले हुए हैं। ताजा 2 घटनाएं पूर्वी चंपारण जिले में हुई है। यहां अनुमंडल अदालत के एक कर्मचारी को कोर्ट के ठीक बाहर गोली मार दी गई। एक प्रॉपर्टी डीलर की भी तीन बदमाशों ने इसी जिले में हत्या कर दी है।

पटना। बिहार में हर तरफ एक ही चर्चा है। लोग एक-दूसरे से पूछ रहे हैं कि क्या एक बार फिर सूबे में जंगलराज की वापसी हो गई है? इसकी वजह लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं हैं। जबसे नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई है, लगातार अपराध हो रहे हैं। यहां तक कि राजधानी पटना में भी लोग कई वारदातों से हिले हुए हैं। ताजा 2 घटनाएं पूर्वी चंपारण जिले में हुई है। यहां अनुमंडल अदालत के एक कर्मचारी को कोर्ट के ठीक बाहर गोली मार दी गई। मृतक का नाम संजय ठाकुर है। अरेराज के एसडीपीओ रंजन कुमार के मुताबिक शनिवार को संजय कोर्ट पहुंचे, तो गेट पर बाइक सवार दो बदमाशों ने उनको गोली मार दी। संजय ठाकुर को लोग तुरंत पास के अस्पताल ले गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। वहीं, बंजारिया इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करके तीन बदमाश फरार हो गए।

murder large

बिहार में नई सरकार बनने के बाद अपराधियों के हौसले किस तरह बुलंद हो गए हैं, ये लगातार हो रही घटनाओं से साफ हो रहा है। तीन दिन पहले पटना में प्रेम प्रसंग में एक लड़की को गोली मारकर घायल किया गया था। पटना में ही सेना के एक जवान से लूटपाट की कोशिश में उसकी हत्या की गई थी। 5 दिन पहले राजधानी पटना में एक न्यूज चैनल के एमडी सुशील कुमार के गले से चेन छीन ली गई। इस दौरान वो घायल हुए। उससे पहले पटना के ही अमनाबाद में अवैध खनन को लेकर दो गुटों में जमकर संघर्ष होने की खबर थी। 17 अगस्त को छपरा में पेट्रोल पंप से सरेआम बदमाशों ने लाखों की नकदी लूटी थी। जबकि, समस्तीपुर में जर्दा कारोबारी को गोली मारने और अररिया में 3 साल की बच्ची से रेप की घटना हुई थी।

बिहार में लगातार हो रही वारदात पर बीजेपी आवाज उठा रही है। बीजेपी कह रही है कि बिहार में फिर जंगलराज की वापसी हो गई है। वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ऐसी बातों को निराधार बताया है। सरकारी तंत्र लगातार कह रहा है कि वो बदमाशों की नकेल कसने की कोशिश कर रहा है, लेकिन लगातार होती आपराधिक घटनाएं सरकार और जिलों के प्रशासन के इन दावों पर भरोसा करने का मौका नहीं दे रही हैं।