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Punjab Election 2022: शरीर से जुड़े दो भाई ने पेश की मिसाल, किया मताधिकार का प्रयोग, लोगों से की ये अपील

Punjab Election 2022: इस मौके पर पीआरओ गौरव कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”यह बहुत ही अनोखा मामला है। चुनाव आयोग ने हमें वीडियोग्राफी करने को कहा है। वे PWD मतदाताओं के प्रतीक हैं। वे शरीर से जुड़े हैं लेकिन उनके दो मत माने जाएंगे। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए हमने उनके लिए खास व्यवस्था की है।”  

नई दिल्ली। पंजाब में आज 117 सभी विधानसभा सीटों में एक चरण में मतदान हो रहे है। आज सभी प्रत्याशी का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा और 10 मार्च को ये साफ हो जाएगा कि सूबे की जनता ने किसी पार्टी को जीत का सेहरा पहनाया है। इसी बीच वोटिंग को लेकर लोगों में खासा उत्साह भी देखा जा रहा है। ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है जिसमें शरीर से जुडे दो बच्चे सोना और मोना ने मनवाल के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार प्रयोग किया। वोट डालने को लेकर दोनों में खासा उत्साह देखने को मिला और साथ ही राज्य की जनता से वोटिंग करने की भी अपील की। सोना और मोना ने बताया कि, ”पहली बार मतदान करके बहुत अच्छा लग रहा है। नागरिकों को अपने मत का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए।”

इस मौके पर पीआरओ गौरव कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”यह बहुत ही अनोखा मामला है। चुनाव आयोग ने हमें वीडियोग्राफी करने को कहा है। वे PWD मतदाताओं के प्रतीक हैं। वे शरीर से जुड़े हैं लेकिन उनके दो मत माने जाएंगे। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए हमने उनके लिए खास व्यवस्था की है।” बता दें कि सोना और मोना एक ही शरीर से जुड़े दो भाई है। वहीं पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने दोनों भाईयों को अलग-अलग पत्र पहचान बनाकर दिए थे। हालांकि दोनों एक ही शरीर से जुड़े हुए है लेकिन चुनाव आयोग ने दोनों को अलग-अलग मतदाता माना है।

इनके नाम सोहन सिंह और मोहन सिंह हैं लेकिन आसपास के लोग इन्हें सोहना -मोहना के नाम से बुलाते हैं और ये पिछले वर्ष ही 18 साल के हुए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करूणा राजू (सीईओ) ने 25 जनवरी को 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर इन दोनों को अलग अलग मतदाता पहचान पत्र दिए थे।

सीईओ ने बताया कि दोनों को अलग अलग वोट डालने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे ताकि उनकी गोपनीयता बरकरार रखी जा सके। इन दोनों का जन्म दिल्ली में 13 जून 2003 को हुआ था और जन्म के बाद इनके माता पिता ने दोनों को छोड़ दिया था। अमृतसर के एक अनाथालय ने बाद में दोनों बच्चों का पालन पोषण किया। चुनाव आयोग ने इन दोनों को अलग अलग मतदाता माना है और इसी वजह से उन्हें अलग मतदाता परिचय पत्र दिए हैं।

बता दें कि पंजाब में 93 महिलाओं और 2 ट्रांसजेंडरों सहित 1,304 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए 2.14 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए एक बहुकोणीय मुकाबला देखेंगे। इस बार 18-19 वर्ष की आयु के कुल 3,48,836 मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे है, जबकि 1,608 एनआरआई मतदाता हैं। इसकी जानकारी मुख्य चुनाव अधिकारी एस. करुणा राजू ने दी।