newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

PM Modi’s Punjab Visit: पीएम को खतरे में डालने के बाद सवालों के घेरे में पंजाब सरकार, कांग्रेस ने सफाई देते हुए कही ये बात

PM Modi’s Punjab Visit: सुरजेवाला ने पीएम मोदी की सुरक्षा-व्यवस्था में लगी सेंध पर कोई एक या दो नहीं शब्द कहकर अपनी बातों को विराम नहीं दिया, अपितु उन्होंने जहां अपने बयान के जरिए पीएम मोदी की सुरक्षा-व्यवस्था में हुए इस खिलवाड़ को हल्के में लेने की कोशिश की, तो वहीं दूसरी तरफ उल्टा केंद्र सरकार को ही निशान पर लेने की ही हिमाकत दिखाई।

नई दिल्ली। पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर में प्रस्तावित रैली में सुरक्षा के मोर्चे पर सेंध लगने के बाद से अब सियासी पारा गरमा गया है। जहां एक तरफ बीजेपी की तरफ से पंजाब सरकार से तीखे सवालों के पूछे जाने का सिलसिसा शुरू हो चुका है, तो वहीं कांग्रेस की तरफ से सफाई पेश करने का सिलसिला शुरू हो गया। उधर, सोशल मीडिया की दुनिया भी पीएम मोदी की सुरक्षा में लगे सेंध को लेकर पूछे जाने वाले बेशुमार सवालों से तैरती हुई नजर आ रही है। ऐसे में कांग्रेस खुद कितनी पीएम मोदी की रैली को लेकर गंभीर थी। इसका अंदाजा आप उनके नेताओं के द्वारा दिए जाने वाले बयानों से सहज ही लगा सकते हैं। अब इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व हर मसले को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने में मशगूल रहने वाले रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी की सुरक्षा के साथ हुए खिलवाड़ को लेकर जिस तरह का बयान दिया है, वो यह बताने के लिए पर्याप्त है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार खुद पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर थी। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर सुरजेवाला ने क्या कहा?

Randeep-Surjewala

सुरजेवाला का बयान

सुरजेवाला ने पीएम मोदी की सुरक्षा-व्यवस्था में लगी सेंध पर कोई एक या दो नहीं शब्द कहकर अपनी बातों को विराम नहीं दिया, अपितु उन्होंने जहां अपने बयान के जरिए पीएम मोदी की सुरक्षा-व्यवस्था में हुए इस खिलवाड़ को हल्के में लेने की कोशिश की, तो वहीं दूसरी तरफ उल्टा केंद्र सरकार को ही निशाने पर लेने की ही हिमाकत दिखाई। उन्होंने कहा कि, फिरोजपुर रैली के दौरान पीएम मोदी की सुऱक्षा में 10 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात थे। सुरक्षा से जुड़े तमाम बंदोबस्त एसपीजी और उनकी एजेंसियों के जिम्मे थी। पंजाब और हरियाणा के बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से तमाम बसों के मार्गों को निर्धारित किया गया था। वहीं, जिस तरह से पीएम मोदी ने खराब मौसम की वजह से सड़क मार्ग से फिरोजपुर जाने का फैसला किया था, वो उनकी पूर्व निर्धारित योजना का हिस्सा नहीं था। वहीं, इससे पहले ही किसान संगठनों के नेता पीएम मोदी के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि, गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदर्शनकारी किसानों से दो दिवसीय वार्ता करने का वादा भी किया था, इसलिए पीएम मोदी की रैली का प्रदर्शनकारियों के द्वारा विरोध किया गया। खैर, यह बयान किसी और का नहीं, बल्कि कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला का है। ऐसे में आप बतौर पाठक खुद ही पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस की संजीदगी का अंदाजा लगा सकते हैं।

बहरहाल, सुरजेवाला यही नहीं रूके। उन्होंने आगे कहा कि, प्रदर्शनकारी किसानों की कुछ मांगें हैं, जिन पर केंद्र सरकार की तरफ से विचार करने की चेष्टा नहीं की जा रही है। जिसमें से सबसे प्रमुख अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी है। आंदोलन के दौरान जिन किसानों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया, उसे वापस कराने की मांग पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया। वहीं, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग भी प्रदर्शनकारियों की तरफ से की जा रही है, जिसे लेकर अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे आंदोलन के परिणामस्वरूप केंद्र सरकार की तरफ से कोई संजीदगी नहीं दिखाई गई है। सुरजेवाला ने आगे कहा कि अगर पीएम मोदी चाहते हैं कि वे प्रदेश में रैली करें, तो पहले उन्हें प्रदर्शनकारियों से वार्ता करनी होगी। लिहाजा केंद्र सरकार की तरफ से प्रदर्शनकारियों से जुड़े हितों को लेकर किसी भी प्रकार की कोई संजीदगी नहीं दिखाई जा रही है। यह उसी का नतीजा है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली नहीं कर पाए। खैर, सुरजेवाला के उक्त बयान से यह साफ जाहिर होता है कि चुनाव से पहले शुरू हुआ यह सियासी जंग लंबा चलने वाला है।