नई दिल्ली। एक तरफ जहां देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। कोरोना संक्रमण की इस प्रचंड लहर की वजह से हर जगह हाहाकार मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर भी बोझ अत्यधिक बढ़ गया है। इतना ही नहीं अभी भी कई जगहों से वेंटिलेटर बेड्स की मांग की जा रही है। ऐसे हालातों के बीच पंजाब से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां पीएम केयर फंड्स से खरीदे गए वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं। दरअसल केंद्र सरकार की ओर से राज्य को दिए गए 809 वेंटिलेटर्स में से 251 अभी तक शुरू नहीं किए गए हैं। ये राज्य के अस्पतालों में बंद पड़े हैं। लेकिन इसके बावजूद राज्य की अमरिंदर सरकार को वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने की सुध नहीं है। इस बात का खुलासा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण द्वारा पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन को लिखी एक चिट्ठी से हुआ है।
दरअसल राजेश भूषण द्वारा पंजाब की मुख्य सचिव को लिखी गई इस चिट्ठी में बताया कि राज्य सरकार की मांग पर केंद्र द्वारा 809 वेंटिलेटर्स की मांग की गई थी, जिसमें से सिर्फ 558 लगाए गए हैं जबकि 251 अभी तक इंस्टॉल तक नहीं किए गए हैं। आगे चिट्ठी में लिखा गया है कि ये वेंटिलेटर्स कोविड-19 से लड़ने के लिए दिए गए थे लेकिन इन्हें न इंस्टॉल करने से कोरोना के खिलाफ अभियान कमजोर पड़ना तय है। इसलिए इन वेंटिलेटर्स को तुरंत इंस्टॉल किया जाए।
वहीं कोटकपूरा के विधायक और आम आदमी पार्टी के नेता कुलतार सिंह सांधवान ने भी ट्वीट कर कहा कि फरीदकोट के अस्पताल में पीएम केयर्स फंड के तहत दिए गए वेंटिलेटर ऐसे ही पड़े हैं। इसके साथ ही उन्होंने अभी तक उपयोग में नहीं आए वेंटिलेटर्स की तस्वीर भी साझा की है।
These r the ventilators fm #PMCaresFund lying unused in GGSMC Faridkot. @CMOPb pls make them work for the needy #COVID19 patients….I shall be Obliged..and Appreciate….@ChitleenKSethi @ANI @AAPPunjab @CsPunjab pic.twitter.com/GV9lUZBlox
— Kultar Singh Sandhwan (@Sandhwan) May 11, 2021