नई दिल्ली। राफेल विमान समझौते पर लगातार लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अब इस मामले में फ्रांस सरकार ने अपने स्तर पर जांच करने के आदेश दे दिए हैं। जिस पर अब जल्द ही काम होना शुरू कर दिया जाएगा। इस बीच बीएसपी सुप्रीमो मयावती ने भी इस मामले में सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं। जहां केंद्र सरकार से संतोषजनक निपटारा करने का आग्रह किया है।
मायावती ने राफेल लड़ाकू विमान की खरीद को लेकर कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस में शुरू हुई जांच से उठे विवाद का संतोषजनक निपटारा करने का आग्रह किया है। जहां उन्होने एक के बाद एक ट्वीट करके केंद्र सरकार से आग्रह करते हुए लिखा कि, “भारत सरकार की राफेल लड़ाकू विमान खरीद में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस की सरकार द्वारा बैठाई गई न्यायिक जांच की खबर देश-दुनिया में सुर्खियों में आने से यह मामला फिर से जनचर्चाओं में आ गया है। केन्द्र की सरकार भी इसका उचित संज्ञान ले तो बेहतर होगा।’’
1. भारत सरकार द्वारा राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फ्रांस की सरकार द्वारा बैठाई गई न्यायिक जाँच की खबर देश-दुनिया में बड़ी सुर्खियों में आने से यह मामला फिर से ताज़ा होकर जनचर्चाओं में आ गया है। केन्द्र की सरकार भी इसका उचित संज्ञान ले तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) July 5, 2021
वहीं अगला ट्वीट करते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने लिखा, “वैसे तो रक्षा सौदों में कमीशन का आरोप-प्रत्यारोप व इसकी जांच आदि होना कोई नया नहीं है, बल्कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के समय से ही इसका पुराना ज्वलन्त अध्याय रहा है। अगर केन्द्र की वर्तमान सरकार राफेल विवाद का जनसंतोष के मुताबिक निपटारा करके इस मुद्दे को विराम दे तो उचित होगा।”
2. वैसे रक्षा सौदों में कमीशन का आरोप-प्रत्यारोप व इसकी जाँच आदि होना यहाँ कोई नया नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार के समय से ही पुराना ज्वलन्त अध्याय है किन्तु केन्द्र की वर्तमान सरकार राफेल विवाद को जनसंतोष के मुताबिक निपटारा करके इस मुद्दे को विराम दे तो यह उचित, ऐसा बीएसपी का मानना।
— Mayawati (@Mayawati) July 5, 2021
बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच हुए राफेल सौदे पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। अभी तक तो भारत में ही विपक्ष की ओर से यह सिलसिला चल रहा था, लेकिन अब फ्रांस में भी इस मामले पर दलाली का आरोप लगाया जा रहा है। जिसके बाद फ्रांसीसी सरकार ने इस पर जांच करने का फैसला दिया है। एक फ्रांसीसी वेबसाइट के मुताबिक भारत के साथ 59,000 करोड़ रुपये के राफेल विमानों के सौदे को लेकर फ्रांस में न्यायिक जांच शुरू की जा चुकी है। जिसके लिए एख जज को नियुक्त किया है जिस पर इस जांच का जिम्मा सौंपा गया है।