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Rahul Gandhi: संसद में राहुल गांधी ने की विवादित टिप्पणी, तो कानून मंत्री रिजिजू ने की खिंचाई, की माफी की मांग

Rahul Gandhi: उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं मसलन न्यायपालिक, चुनाव आयोग और पेगासस का जिक्र कर कहा कि इससे सरकार जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। संसद में दिए राहुल गांधी के इस बयान को रेखांकित करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने पलटवार करते हुए कहा कि उनसे माफी की मांग की है।

नई दिल्ली। अगर आप हिंदुस्तानी सियासी गतिविधियों के बारे में जानने की तनिक भी आरजू रखते हैं, तो आप इस बात से तो भली-भांति परीचित ही होंगे कि जब कभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसी मसले पर अपनी राय जाहिर करते हैं, तो न जाने क्यों अपने लिए मुसीबत मोल ले लेते हैं। बिलाशक वह ये बेबाकी केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के ध्येय से दिखाते हैं, लेकिन उनका यह दांव उल्टा पड़ जाता है। अब आप इतना सब कुछ पढ़ने के बाद सोच रहे होंगे कि आप ऐसा क्यों कह रहे हैं। क्या राहुल गांधी से फिर से ऐसी कोई गलती हो गई कि वे सियासी गलियारों में हंसी के पात्र बन गए। तो आपको बताते चले कि अगर आप ऐसा ही कुछ सोच रहे हैं, तो बिल्कुल ठीक ही सोच रहे हैं। दरअसल, आज यानी की बुधवार को संसद के बजट सत्र के शुभारंभ के दौरान राहुल गांधी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कई मसलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा।

हम आपको आगे की रिपोर्ट में उन सभी मसलों के बारे में तफसील से बताएंगे जिन्हें लेकर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है, लेकिन इस बीच उनसे एक ऐसी चूक हो गई, जिसे लेकर केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने उनसे माफी की मांग कर दी। अब आप ऐसा सोच रहे होंगे कि संसद जैसे संवैधानिक संस्थान में राहुल ने ऐसी क्या चूक कर दी कि बात माफी मांगने तक आ गई। तो हुआ यूं कि उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं मसलन न्यायपालिक, चुनाव आयोग और पेगासस का जिक्र कर कहा कि इससे सरकार जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। संसद में दिए राहुल गांधी के इस बयान को रेखांकित करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने पलटवार करते हुए उनसे माफी की मांग की है।

किरण रिजिजू ने ट्वीट कर कहा कि वे सिर्फ कानून मंत्री होने के नाते ही नहीं, अपितु सामान्य नागरिक होने के नेता भी राहुल गांधी के इस बयान की निंदा करते हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि न्यायपालिका और चुनाव आयोग जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। राहुल को अपने इस बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि राहुल ने बेशुमार मसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है, जिसे लेकर अब ट्विटर की दुनिया गुलजार हो चुकी है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में दो भारत बसते हैं, एक अमीरों का भारत और दूसरा गरीबों का भारत। इस देश में मोदी सरकार के कार्यकाल में गरीबों की  आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि  मोदी सरकार मेड इन इंडिया की बात करती है, लेकिन आज के परिदृश्य में मेड इन इंडिया नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। मोदी सरकार ने मेड इन इंडिया को बर्बाद करके रख दिया है। देश में गरीबों की संख्या बढ़ रही है। बेरोजगारी बढ़ रही है।