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भारत के मामलों पर राहुल गांधी ने उठाए अमेरिका पर सवाल, कहा- चुप क्यों है US?

Rahul Gandhi on US: भारत(India) के आंतरिक मामलों में अमेरिका(America) की भूमिका जरुरी बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, भारत में जो कुछ भी हो रहा है, इन सबके बीच अमेरिकी सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है।

नई दिल्ली। राहुल गांधी अक्सर कुछ ऐसा कर जाते हैं जिसकी वजह से उनकी और उनकी पार्टी मुसीबतों में फंस जाती है। आए दिन उनके नए बयान कांग्रेस पर करारा प्रहार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को मौका दे जाते हैं। ऐसा ही कुछ एक बार फिर से राहुल गांधी कर बैठे हैं। बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने हावर्ड कैनेडी स्कूल के एम्बेसडर निकोलस बर्न्स के साथ वर्चुअल बातचीत की। इस बातचीत में राहुल गांधी ने अमेरिका से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, आखिर भारत में जो कुछ भी हो रहा है, उसपर अमेरिका चुप क्यों है? राहुल के इस बयान से भाजपा एक बार फिर से कांग्रेस पर हमलावर हुई है। दरअसल राहुल एक तरीके से चाहते हैं कि अमेरिका भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे। इसी बात को लेकर राहुल गांधी भाजपा के निशाने पर आ गए हैं।

Rahul Gandhi

आए दिन चुनावों में विपक्षी पार्टियों को मिल रही चुनावी हार को लेकर राहुल गांधी ने बर्न्स से बातचीत में कहा कि, भाजपा आर्थिक रूप से मजबूत हो चुकी है। जिसकी वजह से मीडिया पर उसका प्रभुत्व बढ़ा है। यही वजह है विपक्षी पार्टियां चुनाव नहीं जीत पा रही हैं। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ही नहीं, बीएसपी, एसपी, एनसीपी जैसी पार्टियों को चुनाव में जीत नहीं मिल रही।

PM Modi Joe Biden

वहीं भारत के आंतरिक मामलों में अमेरिका की भूमिका जरुरी बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, भारत में जो कुछ भी हो रहा है, इन सबके बीच अमेरिकी सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है। अगर भारत और अमेरिका के बीच लोकतांत्रिक साझेदारी है तो फिर अमेरिका भारत में हो रही घटनाओं पर क्यों नहीं बोलता? मेरा मतलब है कि भारत में जो कुछ हो रहा है उस पर आप (बर्न्स) का क्या विचार है? मैं मूल रूप से मानता हूं कि अमेरिका एक गहन विचार है। अमेरिका के संविधान में स्वतंत्रता का मूल विचार जिस तरह से समाहित है वह एक बहुत मजूबत और शक्तिशाली है लेकिन आपको इस विचार की रक्षा करनी होगी। और यह प्राथमिक मसला है।