नई दिल्ली। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है। इसके बाद राजनीति में इसकी खूब चर्चा हो रही है। सभी पार्टियों के नेता इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ ‘संकट’ में फंसी गहलोत सरकार पर सबकी निगाहें टिकीं हुई है। हालांकि इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को लेकर एक बयान दिया है। इस बयान में पीएम मोदी को लेकर अशोक गहलोत क्या कह रहे हैं इसे आपको भी सुनना चाहिए।
दरअसल पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि हम तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसानों को ठीक से समझा नहीं पाए इसलिए कुछ किसान इसका विरोध कर रहे हैं। हमारी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेगी। इस पर प्रतिकिया देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया उसे शोभनीय तो नहीं कहा जा सकता।
आपको बता दें कि शनिवार को अपने एक संबोधन के दौरान अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री हमेशा लटके-झटके के साथ बोलते हैं, कल वो लटके-झटके गायब थे” ये बयान देश के एक राज्य के मुख्यमंत्री का है वो भी देश के प्रधानमंत्री के लिए…और दोनों एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं। ऐसे में इस बात पर चर्चा हो सकती है कि क्या संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शब्दों की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए या नहीं।
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“प्रधानमंत्री हमेशा लटके-झटके के साथ बोलते हैं, कल वो लटके-झटके गायब थे” – अशोक गहलोत, सीएम, राजस्थान pic.twitter.com/EjP4hV77n5
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) November 20, 2021
यहां आपको बता दें कि प्रधानमंत्री द्वारा कानून वापस लिए जाने की घोषणा के बाद कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया, जिस तरह से तुलना की, उसे शोभनीय नहीं कहा जा सकता। हालांकि शायद आज के दौर की राजनीति ही यही है! खैर राजस्थान में एक बार फिर सियासी उठापठक का दौर चल रहा है। गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों के इस्तीफे हो चुके हैं। खबर है कि शाम तक कई और मंत्री इस्तीफ़ा दे सकते हैं। इसके बाद सचिन पायलट के खेमे के विधायकों को मंत्री बनाये जाने की चर्चा तेज है।
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