नई दिल्ली। रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच मैच था। बताने की जरूत नहीं होगी कि भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ गई। वो भी पाकिस्तान के साथ और इसे लेकर अब जो बवाल होना था वो हो चुका है। लोगों ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को जी भर के कोसा। खूब खरी खोटी सुनाई। जिसको क्रिकेट की एबीसीडी भी नहीं पता वो लोग भी इस बहाने ट्विटर पर क्रिकेट का ज्ञान पेलने लग गए। खैर, अब तो जो होना था, सो हो गया। उम्मीद है कि आने वाले टूर्नामेंट में हमारी टीम अच्छा खेलेगी और जिन लोगों ने भारतीय टीम को करारी हार को लेकर दुनियाभर की बकैती काटी है, उन्हें मुंहतोड़ जवाब भी मिलेगा। खैर, यह मुंहतोड़ जवाब भारतीय टीम कब देगी। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले एक मुंहतोड़ जबाव राकेश टिकैत ने रिपोर्टर साहेब को दिया है।
अरे वही राकेश टिकैत जिनकी अगुवाई में पिछले एक साल से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। वही राकेश टिकैत ने जिन्होंने खुलेआम किसानों से अपील कर दी है कि आने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव में भूल के भी बीजेपी को वोट न दे दें। अरे वही राकेश टिकैत जिन्होंने लखीमपुर हिंसा में मारे गए 4 बीजेपी कार्यकर्ताओं को वाजिब ठहराने से कोई गुरेज नहीं किया था। अब अगर हम आपसे कह दें कि यही राकेश टिकैत अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए, तो शयाद आपको हैरानी नहीं होगी क्योंकि ये महाशय, तो हमेशा ही अपने बयान को लेकर चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार उनका बयान न किसानों को लेकर है, न किसान कानून को लेकर, न ही केंद्र सरकार या विपक्षी दलों को लेकर है, बल्कि इस बार उनका बयान भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर है। क्या…! अब क्या राकेश टिकैत किसानों के साथ-साथ भारतीय टीम के खिलाड़ियों के हित में अपनी आवाज मुखर करेंगे।
आप सोच रहे होंगे कि अभी भारतीय टीम को पाकिस्तान से हार का मुंह देखना पड़ गया है। शायद उन्होंने टीम के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया हो। उन्हें अगली मर्तबा अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित किया हो। कायदे से तो उन्हें यही करना चाहिए था, लेकिन अब आप ही बताइए कि जब कुछ माह बाद उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में चुनावी बिगुल बजने वाला है, तो ऐसे में उन्हें किसी पागल कुत्ते ने काटा हुआ है कि वे भारतीय टीम के खिलाड़ियों को फ्री में मोटिवेशन के पैकेट बांटेते फिरेंगे, बल्कि वो इस फिराक में रहेंगे कि कौन-सा ऐसा मसला दिखे जिससे केंद्र सरकार की क्लास लगाई जा सकें। तो क्या फिर लगा दी इन्होंने केंद्र सरकार की क्लास। कह दिया जो कहना था। लेकिन जो भी कहा उसे जानकर आप सकपका जाएंगे।
Rakesh Tikait says Modi govt made India lose against Pakistan for votes
Same people even said Modi govt did Pulwama to get votes
Incidents change, their same illogical pattern of blaming PM Modi continues pic.twitter.com/9uOFu00ccH
— Political Kida (@PoliticalKida) October 26, 2021
राकेश टिकैत ने रिपोर्टर से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आने वाले चुनाव में वोटों की खातिर भारतीय टीम को हरवा दिया है, ताकि हिंदू-मुस्लिमों के बीच उन्माद बढ़े और बीजेपी को आगामी चुनाव में इसका फायदा पहुंचे। टिकैत साहब के ये बोल अभी खासा चर्चा में है। ज्यादा लोगों का माथा उन्हें सुनने के बाद भन्ना रहा है। आखिर आगामी चुनाव का भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन से क्या सरोकार है? क्या केंद्र के किसी मंत्री ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को फरमान जारी कर कहा था आप लोगों को हारना होगा, नहीं तो हमें आने वाले चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा? खैर, जैसे कोई मछली पानी की बूंदों के लिए छटपटातीं हैं, ठीक वैसे ही ये सवाल अभी जवाब पाने के लिए छटपटा रहे हैं। अब ऐसे सवाल राकेश टिकैत ने उठाए हैं तो इनके जवाब भी खुद ही दे पाएंगे। हालांकि यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि केंद्र सरकार पर इस तरह के आरोप लगे हैं, बल्कि इससे पहले भी केंद्र सरकार पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। शायद आपको याद हो कि पुलवामा हमले के दौरान भी विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर यह तोहमत लगाने से गुरेज नहीं किया था कि सरकार ने 2019 के चुनाव में वोट हासिल करने के लिए पुलवामा हमला करवाया है। खैर, इस तरह के आरोप तो लगते ही रहते हैं, लेकिन आप खुद राकेश टिकैत के बयान पर क्या कहते हैं। हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
यहां देखिए राकेश टिकैत के बयान पर लोगों की प्रतिक्रिया
वहीं, राकेश टिकैत के इस बयान पर लोगों ने उनकी जमकर खरी खोटी सुनाई है। आइए, हम आपको लोगों के कुछ ऐसे रिएक्शन के बारे में बताते हैं।
Bhai iske Ghar main bacha bhi paida hoga to us main bhi bharat sarkar ka haath hoga
— Anil Mittal (@akmittal333) October 26, 2021
Modiji to Rakesh Tikait: pic.twitter.com/0g99fq2o4Z
— Pankaj (@pankaj6687) October 26, 2021
जितनी नफरत इसे मोदी योगी आरएसएस से है अगर किसानों को लूटने वालों से होती तो एक रात में आंदोलन सफल हो जाता।
— Shobhit Singh (@imshubhu07) October 26, 2021