newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Video: क्या भिंडरावाले को संत मानते हैं राकेश टिकैत?, खालिस्तानी पर टिप्पणी कर फंसे किसान नेता

Rakesh Tikait told Bhindranwale a saint: आंदोलन में कथित तौर पर खालिस्तान का कई मर्तबा जिक्र किया जा चुका है। इस आंदोलन के विरोधियों का कहना है कि किसानों के नाम पर संचालित किया जा रहा यह आंदोलन अब पूरी तरह से खालिस्तानी विचारधारा से तरबतर हो चुका है

नई दिल्ली। किसान आंदोलन का सिलसिला पिछले एक साल से चल रहा है, लेकिन इसके समाधान की किरण कहीं नजर नहीं आ रही है। इसके उलट इसे लेकर तरह-तरह के पहलू सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए इसका समाधान तो दूर, बल्कि इतने सारे नए विवाद पैदा हो जा रहे हैं कि सरकार के सामने नई-नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं। अब इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में भिंडरावाले के बारे में कुछ ऐसा कह दिया कि हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले टिकैत ने सुर्खियों के बाजार को फिर खिलखिला कर दिया। टिकैत ने भिंडरावाले के बारे में कहा कि कुछ लोग उन्हें संत मानते हैं, तो सरकार आतंकवादी मानती है। टिकैत का यह बयान आप नीचे लगे लिंक पर क्लिक कर देख सकते हैं।

खालिस्तान से जुड़ा भिंडरावाले का नाता

गौरतलब है कि किसान आंदोलन में कथित तौर पर खालिस्तान का कई मर्तबा जिक्र किया जा चुका है। इस आंदोलन के विरोधियों का कहना है कि किसानों के नाम पर संचालित किया जा रहा यह आंदोलन अब पूरी तरह से खालिस्तानी विचारधारा से तरबतर हो चुका है, जबकि आंदोलनकारी किसानें का कहना है कि किसानों के हित में उठाई जा रही आवाज को दबाने की दिशा में इसे खालिस्तानी का लबादा पहनाया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले बीजेपी के कई नेता इस आंदोलन को खालिस्तान से प्रेरित बता चुके हैं।

इसे लेकर तो यहां तक बताया जा रहा है कि इसे संचालित करने के लिए विदेशों से फंडिंग हो रही और इसमें शामिल होने वाले किसान नहीं हैं, बल्कि किसानों के रूप में उत्पाती हैं, जो लगातार किसानों के विरोध में अपनी आवाज मुखर कर रहे हैं ।

उधर, सरकार का कहना है कि जिस कानूनों का विरोध किया जा रहा है, यह कानून किसानों के हित में लाया गया है। यह आने वाले दिनों में किसानों को फायदा पहुंचाएगी, लेकिन चंद लोग अपने सियासी हितों की पूर्ति करने के लिए इस तरह की कोशिश कर रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए यह आंदोलन बिल्कुल भी किसानों के हित में नहीं रह गया है।

भिंडरावाला

उधर, राकेश टिकैत द्वारा दिया गया यह बयान भिंडरावाले को कुछ लोग संत मानते हैं तो  सरकार आतंकवादी मानती है, काफी चर्चा में है। जिस तरह से किसानों के आंदोलन को खालिस्तान से जोड़कर देखा जा रहा है, उसे देखते हुए यह साफ है कि राकेश टिकैत के इस बयान का चर्चा में रहना लाजिमी है।ॉ

भारी पड़ गया भिंडरावाले को संत बताना 

इसके अलावा राकेश टिकैत को भिंडरावाले को संत बताना महंगा पड़ गया। ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया पर उनके द्वारा दिया गया यह बयान अभी खासा चर्चा में है। इस बयान से खफा हुए लोग उनकी जमकर खिंचाई कर रहे हैं। आइए, आपको कुछ ऐसे  ट्विट दिखाते हैं, जिसमें लोग टिकैत की जमकर क्लास लगाते हुए नजर आ रहे हैं।