नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विट्टर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी ने हाल ही में एक यूट्यूब चैनल के साथ एक साक्षात्कार में बड़े ही विवादास्पद दावे किए हैं। इसी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भारत की सरकार पर भी बड़े आरोप लगाए। उन्होंने जो दावे किए हैं उसके बाद देश में सियासत एक बार फिर चरम पर पहुंच गई है। भारत सरकार पर लगाए गए आरोपों में उन्होंने बताया कि भारतीय किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करने का दबाव बनाया था।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि डॉर्सी के बयानों ने किसानों के आंदोलन के दौरान प्रमुख नेता राकेश टिकैत को भी केंद्र सरकार पर निशाना साधने के मौका दे दिया है। टिकैत ने कहा है कि वे इस मुद्दे को पहले ही उठा चुके थे। टिकैत ने यह भी कहा कि किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर और फेसबुक पर उनको पहले जितनी रीच नहीं मिलती थी।
#WATCH | On former CEO of Twitter Jack Dorsey’s claim on ‘pressure’ from India, farmer leader Rakesh Tikait says, “We had information that the kind of reach on Facebook and Twitter that was expected on farmers’ protest, was not coming. They used to try to stop it at their level.… pic.twitter.com/JMUsoEak4S
— ANI (@ANI) June 13, 2023
राकेश टिकैत ने कहा कि वे लोग, जो इस तरह की कंपनियां चलाते हैं, किसी के दबाव में नहीं आते। उन्होंने अपनी रीच कम होने की भी बात कही और कहा कि उससे पहले भी इसकी खबर आई थी। टिकैत के ट्विटर अकाउंट पर वर्तमान में 8 लाख 42 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि ट्विटर पर टिकैत पहले से केंद्र सरकार की दखलंदाजी के मुद्दे को उठाते रहे हैं।
डॉर्सी ने इंटरव्यू में बताया कि अकाउंट ब्लॉक करने के साथ-साथ कुछ अकाउंट को बंद करने की रिक्वेस्ट भी आई थी। यह सब कुछ एक सवाल के जवाब में उनसे पूछा गया था, जहां उनसे पूछा गया था कि क्या विदेशी सरकारों ने भी उन पर दबाव बनाया है? जवाब में, डॉर्सी ने भारत को उदाहरण देते हुए बताया कि किसानों के आंदोलन के दौरान भारत सरकार से इस तरह के दबावों का सामना करना पड़ा।