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Farmers Protest: दिल्ली कूच को लेकर राकेश टिकैत का आया ताजा बयान, कहा- 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख आदमी हैं तैयार

Farmers Protest: बता दें कि इससे पहले दिल्ली कूच से जुड़े एक रैली में इस साल 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला पर हिंसा देखी गई थी। ऐसे में अब राकेश टिकैत ने एक बार फिर से दिल्ली कूच को लेकर बयान दिया है।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा पारित नए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों का किसान आंदोलन जारी है। इस आंदोलन को आज सात महीने पूरे हो गए हैं। ऐसे में गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने एक ताजा बयान से केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है। दरअसल केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों केखिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन को सात महीने पूरे हो गए है। ऐसे में तमाम किसान संगठन इस दिन पूरे भारत मे ‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ ‘दिवस के रूप में मना रहे हैं। वहीं शनिवार को ही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने एक बयान में कहा है कि, उन्हें उपराज्पाल से मुलाकात करने दिया जाय, अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे दिल्ली की तरफ से फिर कूच करेंगे। बता दें कि इससे पहले दिल्ली कूच से जुड़े एक रैली में इस साल 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला पर हिंसा देखी गई थी। ऐसे में अब राकेश टिकैत ने एक बार फिर से दिल्ली कूच को लेकर बयान दिया है।

Rakesh Tikait

उन्होंने कहा कि, अगर हमारे लोगों को उपराज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया तो हम दिल्ली कूच करेंगे। हम कैसे जाएंगे इस पर हम अभी बैठक कर रहे हैं। हम उपराज्यपाल के पास जाएंगे। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के इस आंदोलन को 7 महीने पूरे हो चुके हैं। इसी मौके पर किसान आज सभी राज्यपालों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप रहे हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को एक बैठक करने के बाद टिकैत ने कहा कि, बैठक मेंदो बातें तय हुई हैं, एक, 9 जुलाई को शामली से एक यात्रा निकलेगी, जो कि बागपत से निकलते होते हुए सिंघु सीमा पर जाएगी। इस यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। वहीं, दूसरी यात्रा 24 जुलाई को निकलेगी, जो कि बिजनौर से चलकर फिर मेरठ में रुकेगी। वहां गाजीपुर पहुंचेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि, दिल्ली जाने को लेकर तारीख तय नहीं हुई है। फिलहाल उन्होंने ये जरूर कहा कि हमारे चार लाख ट्रैक्टर और 25 लाख आदमी तैयार हैं।

Rakesh Tikait

राकेश टिकैत ने कहा कि, “हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा हैं उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर बड़ी क्राांति होगी।”

उन्होंने कहा कि, संसद तो किसानों का अस्पताल हैं। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला हैं कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे।