नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर ट्रैक्टर मार्च निकाला था। इस दौरान दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों न केवल जमकर हुड़दंग मचाया बल्कि हिंसा को भी अंजाम दिया था और साथ इस आंदोलन के जरिए पूरी दुनिया के सामने भारत को शर्मसार करने की भी साजिश रची गई। इस बीच सोमवार को लालकिला हिंसा के मामले दिल्ली की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। स्पेशल सेल ने मामले में एक लाख के इनामी गुरजोत सिंह को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने दी है।
One Gurjot Singh who had a reward of Rs 1 lakh on his head, in connection with the January 26 Red Fort violence case has been arrested from Amritsar, Punjab: Sanjeev Yadav, DCP Special Cell in Delhi pic.twitter.com/a6UvqSyk62
— ANI (@ANI) June 28, 2021
आरोप है कि गुरजोत सिंह ने लाल किले के पीछे वाले गुम्बद में चढ़कर झंडा फहराया था। उसके बाद से फरार चल रहे गुरजोत को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया है।
लाल किला हिंसा मामले में बड़ा खुलासा, दिल्ली पुलिस ने की चार्जशीट दाखिल, किए कई चौंकाने वाले खुलासे
इससे पहले दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने लाल किले पर हुई हिंसा (Red Fort Violence) के संबंध में चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने कई चौकानें वाले खुलासे किए।
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, 26 जनवरी को लाल किले पर हिंसा करने वालों का मकसद न सिर्फ झंडा फहराना और इसे कब्जे में लेने का था बल्कि वे इसे किसान कानून के विरोध में एक आंदोलन स्थल में बदलना चाहते थे। साथ उन्होंने दुनिया भर में मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए 26 जनवरी का ही दिन चुना। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में लाल किले पर हुई हिंसा को सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया।
चार्जशीट में कहा गया है दिसंबर 2020 में पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टरों की जबर्दस्त खरीद हुई जिसका इस्तेमाल किसानों की रैली में हुआ। दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में करीब 95 फीसदी ज्यादा ट्रैक्टरों की खरीद हुई।