गुवाहाटी। म्यांमार से बांग्लादेश के रास्ते घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या मुसलमान यूपी में भी अवैध तरीके से रह रहे हैं। असम में 15 रोहिंग्या की गिरफ्तारी से यह खुलासा हुआ है। असम के बदरपुर रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध हालत में 15 रोहिंग्या घूम रहे थे। इस पर रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ के जवानों ने उनसे पूछताछ की। इससे पता चला कि ये लोग त्रिपुरा की राजधानी अगरतला जाने के लिए ट्रेन की तलाश में थे। आरपीएफ की ओर से बताया गया है कि पूछताछ में सभी ने कबूला कि वे रोहिंग्या हैं। जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एक अफसर के मुताबिक गिरफ्तार रोहिंग्या मुसलमानों में छह पुरुष और तीन महिलाएं और बाकी बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि वे यूपी के अलीगढ़ से पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर कंचनजंगा एक्सप्रेस से 22 जुलाई को पहुंचे थे।
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के पुलिस-प्रशासन को अवैध रोहिंग्या की धरपकड़ के आदेश जारी कर रखे हैं। दो दिन पहले दिल्ली के मदनपुर खादर में यूपी सरकार की जमीन पर अवैध तरीके से बसे रोहिंग्या की बस्ती को भी योगी सरकार ने जेसीबी और बुलडोजर की मदद से ढहा दिया था।
इससे पहले अलीगढ़ जिले में अवैध रूप से रहने वाले रोहिंग्या की धरपकड़ भी की गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रोहिंग्या सबसे ज्यादा मुस्लिम बहुल इलाकों में रह रहे हैं। इनमें नेपाल से सटा यूपी का सीमावर्ती इलाका भी है। इनमें से तमाम ने अवैध घुसपैठ के बावजूद यहां आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर लिस्ट और राशन कार्ड बनवा लिए हैं।
बीते दिनों इसी तरह के दस्तावेज भी कुछ रोहिंग्या से यूपी पुलिस ने बरामद किए थे। रोहिंग्या को शरणार्थी मानने से केंद्र सरकार ने इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इन घुसपैठियों को देशभर में पकड़कर म्यांमार वापस भेजने के निर्देश दे रखे हैं। जिसके बाद बीते दिनों तमिलनाडु में भी घुसपैठिए रोहिंग्या की धरपकड़ हुई थी।