newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Manoj Pandey: समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं मनोज पांडेय!, रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा तेज

Manoj Pandey: अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव से पहले सोमवार को जब अपने और सहयोगी दलों के विधायकों को डिनर दिया था, उसमें भी मनोज पांडेय नहीं पहुंचे थे। इस डिनर के कुछ घंटे बाद ही मनोज पांडेय ने समाजवादी पार्टी के चीफ व्हिप पद से अपना इस्तीफा अखिलेश यादव को भेज दिया।

लखनऊ। अखिलेश यादव के बहुत करीबी माने जाने वाले मनोज कुमार पांडेय ने यूपी विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से आज इस्तीफा दे दिया। मनोज पांडेय ने चीफ व्हिप पद से इस्तीफा देने की वजह नहीं बताई है, लेकिन चर्चा इसकी तेज है कि वो अब बीजेपी में जा सकते हैं। मनोज पांडेय समाजवादी पार्टी के टिकट पर रायबरेली जिले की ऊंचाहार सीट से विधायक चुने गए थे। इस सीट पर मनोज पांडेय ही लगातार 2012 से चुनाव लड़ते और जीतते रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी उनको रायबरेली लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है। मनोज पांडेय समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते रहे हैं और पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरे भी हैं।

ऐन राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दिन मनोज पांडेय का इस्तीफा अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव से पहले सोमवार को जब अपने और सहयोगी दलों के विधायकों को डिनर दिया था, उसमें भी मनोज पांडेय नहीं पहुंचे थे। मनोज पांडेय के अलावा राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी, राकेश पांडेय, महाराजी प्रजापति, पूजा पाल और पल्लवी पटेल भी अखिलेश यादव के डिनर से कन्नी काट गए थे। डिनर के कुछ ही घंटे बीते थे और राज्यसभा चुनाव की वोटिंग शुरू ही हुई थी कि मनोज पांडेय ने समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया।

akhilesh yadav and swami prasad maurya

मनोज पांडेय ने बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू धर्म विरोधी बयानों पर भी अपनी राय खुलकर रखी थी। स्वामी प्रसाद मौर्य तब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव थे। मनोज कुमार पांडेय ने स्वामी प्रसाद के बयानों पर सवाल पूछे जाने पर कहा था कि उनका मानसिक संतुलन खराब हो गया है। मनोज पांडेय के इस बयान के बाद ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को बाय-बाय कह दिया था। स्वामी प्रसाद के बेटे उत्कर्ष को भी मनोज पांडेय ने ऊंचाहार सीट से 2 बार पराजित किया था। बताया ये भी जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की तरफ से अयोध्या में रामलला का दर्शन न करने का फैसला भी मनोज पांडेय को नागवार गुजरा। बीते दिनों ही यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना सभी विधायकों के साथ अयोध्या गए थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उस दौरे में शामिल न होने का फैसला किया था।