नई दिल्ली। बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के बीच जुबानी जंग जारी है। इस कड़ी में रविवार को एक बार फिर शिवसेना (Shiv Sena) ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए कंगना पर हमला बोला है। शिवसेना ने पूछा है कि मुंबई को पाकिस्तान कहनेवाली एक नटी (अभिनेत्री) के पीछे कौन है? इसके अलावा कंगना के खिलाफ फिल्मी हस्तियों के न बोलने को लेकर उन्हें भी निशाने पर लिया। सामना में लिखा है कि कम-से-कम अक्षय कुमार आदि बड़े कलाकारों को तो सामने आना ही चाहिए था। मुंबई ने उन्हें भी दिया ही है। महाराष्ट्र के भूमिपुत्रों को एक हो जाना चाहिए। ऐसा ये मुश्किल दौर आ गया है।
सामना में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) पर भी तंज कसते हुए लिखा गया है, ‘संपूर्ण नहीं कम से कम आधे हिंदी फिल्म जगत को तो मुंबई के अपमान के विरोध में आगे आना चाहिए था। कंगना का मत पूरे फिल्म जगत का मत नहीं ऐसा कहना चाहिए था। कम से कम अक्षय कुमार आदि बड़े कलाकारों को तो सामने आना ही चाहिए था। मुंबई ने उन्हें भी दिया ही है। मुंबई ने हर किसी को दिया है, लेकिन मुंबई के संदर्भ में आभार व्यक्त करने में कइयों को तकलीफ होती है। दुनियाभर के रहीसों का घर मुंबई में है लेकिन मुंबई का अपमान होने पर ये सब गर्दन झुकाकर बैठ जाते हैं।
अभिनेत्री के ऑफिस पर बुलडोजर चलाए जाने को लेकर संजय राउत ने सामना में आगे लिखा है कि जब कंगना के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलता है तो वह ड्रामा करने लगती है। इसे राम मंदिर बताने लगती है। उसने अपना यह अवैध निर्माण उसी के द्वारा घोषित पाकिस्तान में किया था।
राउत ने कांग्रेस पर जोरदार प्रहार करते हुए लिखा कि पहले मुंबई को पीओके (PoK) कहती है और जब उसी पाकिस्तान में गैरकानूनी तरीके से हुए निर्माण पर सर्जिकल स्ट्राइक होती है तो छाती पीटने लगती है। आखिर यह कैसा खेल है। दुर्भाग्य से यह कहना होगा कि मुंबई को पाकिस्तान और बाबर कहने वालों के पीछे महाराष्ट्र की भारतीय जनता पार्टी खड़ी हुई है।